भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पहले चरण में हुई दक्षता परीक्षा (Efficiency test) में 900 से ज्यादा शिक्षक (Teacher) फेल हो गए और कई गायब रहे, ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) द्वारा एक बार फिर 24 जनवरी को परीक्षा आयोजित की जा रही है, इसमें सभी शिक्षकों को अनिवार्य रुप से उपस्थित रहने को कहा गया है। विभाग ने अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि शिक्षक निलंबित (suspended) हैं या अवकाश पर उन्हें परीक्षा देना अनिवार्य है।विभाग के इस फरमान से शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
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दरअसल, सत्र 2019-20 में सरकारी स्कूलों (Government Schools) की 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा (MP Board Exam) का परिणाम 40 फीसदी से कम रहा था, जिसके चलते स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) द्वारा शिक्षकों की दक्षता परीक्षा ली जा रही है। पहले चरण में लगभग 10200 शिक्षकों की परीक्षा ली गई थी, जिसमें से 900 से ज्यादा फेल हो गए थे और करीब 577 शिक्षक शामिल ही नहीं हुए थे।इसी के चलते स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एक बार फिर दूसरे चरण की परीक्षा आयोजित की जा रही है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर 24 जनवरी को होने वाली इस परीक्षा में सभी शिक्षकों को अनिवार्य रुप से उपस्थित रहने को कहा है, ऐसे ना करने पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। हालांकि कोविड और गंभीर रोग से अस्पताल में भर्ती शिक्षक को इस परीक्षा में छूट दी गई है।वही विभाग ने पहले चरण में गैरहाजिर रहे शिक्षकों से जवाब भी मांगा है, कि वे परीक्षा में क्यों शामिल नहीं हुए।
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वही पहले चरण में 70 फीसद से कम अंक लाने वाले शिक्षकों को दक्षता प्रशिक्षण लेना होगा। 23 जनवरी से दक्षता प्रशिक्षण प्रति शनिवार विषयवार शाम 4 बजे से 6 बजे के बीच ऑनलाइन शुरू हो रहा है। शाला के शिक्षकों का प्रशिक्षण डाइट के माध्यम से होगा। जो भी शिक्षक प्रशिक्षण से गैरहाजिर होंगे उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई जिला शिक्षा अधिकारी करेंगे।
खास बात ये है कि इस बार दक्षता परीक्षा ओपन बुक प्रणाली (Open Book System) के तहत ली जा रही है, जिसमें किताब खोल कर शिक्षकों को एग्जाम देने का मौका दिया गया है, हालांकि पाठ्य पुस्तक के अतिरिक्त वे गाइड आदि किताबों का उपयोग नहीं कर सकते। इतना ही नहीं परीक्षा परिणाम कम या फेल होने पर शिक्षकों को दो माह की अवधि दक्षता सुधार के लिए दी जाएगी।इसके बाद इन शिक्षकों का जिला स्तर पर ऑनलाईन प्रशिक्षण (Online training) भी किया जाएगा और मार्च के पहले सप्ताह में दोबारा परीक्षा होगी।
बता दे कि इससे पहले 2019 में भी शिक्षक की दक्षता परीक्षा ली गई थी, जिसमें 16 शिक्षकों को अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति (Retirement) दे दी गई थी।अगर इस बार भी ऐसा होता है तो विभाग द्वारा शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जा सकती है।