भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के छात्रों (MP Student) के लिए अच्छी खबर है। स्कूल शिक्षा विभाग ने एक बड़ा फैसला किया है। इसके तहत बीएड एवं डीएलएड विद्यार्थियों को अब ब्रेल लिपि एवं सांकेतिक भाषा का प्रारंभिक ज्ञान दिया जाएगा।इसके लिए पूरे प्रदेश में कम से कम 10 हजार शिक्षकों को प्रारंभिक ज्ञान का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इतना ही नहीं राज्य शिक्षा केंद्र के सभी अधिकारियों को भी ब्रेल लिपि एवं सांकेतिक भाषा के प्रारंभिक ज्ञान का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।
MPPSC: उम्मीदवारों के अच्छी खबर, 156 पदों पर निकली है भर्ती, 1 सितंबर लास्ट डेट, जानें आयु पात्रता
राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक धनराजू एस. आईकप आश्रम भोपाल में प्रदेश के समस्त जिलों से आए शिक्षक और मोबाइल स्रोत सलाहकार के ब्रेल लिपि तथा सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में बीएड एवं डीएलएड के विद्यार्थियों को ब्रेल एवं सांकेतिक भाषा के प्रारंभिक ज्ञान की जानकारी अनिवार्य रूप से दी जाएगी। इसके लिए पूरे प्रदेश में कम से कम 10 हजार शिक्षकों को प्रारंभिक ज्ञान का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
संचालक धनराजू ने प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी को अन्य 5 शिक्षक साथियों और 5 बच्चों को ब्रेल लिपि और सांकेतिक भाषा का ज्ञान देने का लक्ष्य दिया। समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा 19 से 26 जुलाई 2022 तक प्रदेश के सभी जिलों से 2- 2 शिक्षकों एवं 2-2 मोबाइल स्रोत सलाहकार का ब्रेल लिपि तथा सांकेतिक भाषा का प्रशिक्षण कराया जा रहा है। प्रशिक्षण में प्रदेश के 104 शिक्षक एवं 104 मोबाइल स्रोत सलाहकार उपस्थित रहे।प्रशिक्षणार्थियों ने बताया कि उन्होंने इस प्रकार का प्रशिक्षण कभी नहीं लिया है। यह प्रशिक्षण अद्भुत है।
प्रशिक्षण के माध्यम से वह दृष्टिबाधित बच्चों को ब्रेल लिपि से पढ़ाने में अपने आप को सक्षम महसूस कर रहे हैं। श्रवण बाधित बच्चों की भारतीय सांकेतिक भाषा समझ कर इन बच्चों को भी पढ़ाने की योग्यता रख पा रहे हैं।सत्र में ब्रेल लिपि के अनेक टीएलएम का प्रदर्शन किया गया। प्रशिक्षणार्थियों ने सांकेतिक भाषा के नाटकों का प्रदर्शन भी किया। प्रशिक्षण से सभी प्रतिभागी दृष्टिबाधित और श्रवण बाधित बच्चों की रोजमर्रा में आने वाली भाषा की समस्याओं के समाधान करने में सक्षम हुए।