भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। वर्तमान में कई वेदर सिस्टम एक्टिव है। मध्य प्रदेश में 72 घंटे बाद मौसम में फिर बदलाव देखने को मिल सकता है।9 जून के बाद प्री मानसून की गतिविधियां शुरू हो सकती है और 15 जून के बाद कभी भी प्रदेश में मानसून मालवा के रास्ते से दस्तक दे सकता है। एमपी मौसम विभाग (MP Weather Department) ने आज मंगलवार 7 जून 2022 को 11 जिलों में लू का येलो अलर्ट जारी किया गया है।वही 9 से 10 जून के पश्चात दक्षिण मप्र में खंडवा, खरगोन, बैतूल, सिवनी, बालाघाट व मंडला में बारिश होगी।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather alert ) के अनुसार, पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक तापमान नौगांव और खजुराहों में 46 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वही सतना, उमरिया, नौगांव, खजुराहों, दमोह, ग्वालियर और दतिया में हीट वेव का असर देखने को मिला । आज मंगलवार 7 जून 2022 को 11 जिलों सागर और रीवा संभाग के जिलों के साथ ग्वालियर और दतिया जिलों में लू का येलो अलर्ट जारी किया गया है।अभी तीन दिन तक मध्य प्रदेश का मौसम ऐसा ही रहने वाला है।तापमान में भी एक-दो डिग्री का उतार-चढाव देखने को मिलेगा।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Forecast) की मानें तो वर्तमान में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के आसपास बना हुआ है और दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। इस चक्रवात से लेकर नागालैंड तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है और इसी चक्रवात से लेकर पूर्वी मप्र से होकर आंध्र प्रदेश तक भी एक ट्रफ बना हुआ है।वही बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है, जिसके आगे बढ़ने पर 10 जून से प्री मानसून एक्टिविटी शुरू होगी और तापमान में कमी आते ही वातावरण में नमी आएगी और गर्मी से राहत मिलेगी।
एमपी मौसम विभाग (MP Monsoon Update ) के अनुसार, पूरे प्रदेश में अभी प्री मानसून की गतिविधियां नहीं दिखाई दे रही है, लेकिन 10 जून से मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में मानसून पूर्व की हलचलें शुरू होंगी और फिर वातावरण में नमी आना शुरू होगी, जिससे बादल छाएंगे। 15 जून तक प्रदेश में मानसून की दस्तक हो सकती है।
जून के दूसरे सप्ताह में इंदौर में प्री मानसून की गतिविधि के तहत गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना है।भोपाल में 16 के बाद, ग्वालियर में 22 से 24 जून के बीच तो इंदौर में 18-20 तक पहुंचने की संभावना है।
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Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
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झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)