‘हम भी लाड़ली बहना, हमें 1250 रुपये नहीं नौकरी चाहिए’ MPPSC प्रदर्शन के दौरान छात्राओं ने मनाया मातम

प्रदर्शन कर रहे छात्रों और आयोग के अधिकारियों के बीच शुक्रवार को मुलाकात हुई, लेकिन वो बेनतीजा रही। इस बीच इन्होंने कहा कि है जब तक इनकी मांगें नहीं मानी जाती है, शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रहेगा। आज चौथे दिन छात्राओं ने मातम मनाते हुए कहा कि आज यहां लाड़ली बहना रो रही है लेकिन प्रशासन और सरकार, कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

Shruty Kushwaha
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MPPSC Student Protest : इंदौर में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) के छात्रों का धरना प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी है। छात्र अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आयोग के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। आज चौथे दिन प्रदर्शन के दौरान छात्राओं ने ‘मातम’ मनाया और का कि आज लाड़ली बहना अपनी किस्मत पर रो रही हैं। हम भी लाड़ली बहना हैं लेकिन हमें महीने के 1250 रुपए नहीं, बल्कि एक अच्छी नौकरी चाहिए।

प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर लिखित आश्वासन नहीं मिलता, वे अपना धरना जारी रखेंगे। इस दौरान कुछ छात्रों की तबियत भी खराब हो गई है लेकिन ये पीछे नहीं हटे। इन्होंने कहा है कि ये अपना शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

छात्राओं ने मातम मनाकर जताया विरोध

कड़ाके की ठंड पड़ रही है और छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन लगातार चौथे दिन भी जारी है। आज प्रदर्शनकारी छात्राओं ने यहां अपनी मांगों को लेकर रूदन करने हुए मातम मनाया। इन्होंने कहा कि आज लाड़ली बहना अपनी किस्मत पर रो रही है कि उसने भी एक सपना सजाया कि उसे रोज़गार मिले। लाड़ली बहना ने शायद ये गलती कर दी। जब वो इक्कीस साल की होती है तब वो फॉर्म भरती है। अगर आप रिजल्ट नहीं देते हैं तो इंतजार करते हुए वो सत्ताईस-अट्ठाईस साल की हो जाती है। सिर्फ एक एग्ज़ाम है। लड़कियों को और भी कई समस्याएं आती हैं और धीरे धीरे उनके करियर ऑप्शन कम होने लगते हैं। यहां प्रदेश की सबसे पढ़ी-लिखी लड़कियां हैं जो दो-ती बार मुख्य परीक्षा दे चुकी है। आयोग से निवेदन है कि जल्द से जल्द हमारी मांगें पूरी की जाएं।

आंदोलनकारी छात्राओं ने कहा कि पिछले चार दिनों से लड़कियां यहां डटी हुई हैं, रात में भी रह रही हैं लेकिन प्रशासन की तरफ से उन्हें कोई सुविधाएं नहीं दी गई हैं। इनका कहना है कि ‘हमारा उद्देश्य है कि हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को रखें और जब तक हमारी मांगें नहीं मान ली जाएंगी हमारा विरोध जारी रहेगा।’ एक छात्रा ने कहा कि ‘आयोग से आग्रह है कि वो इस लाड़ली बहना को बारह सौ पचास की जगह एक अच्छी नौकरी प्रदान करें..रोज़गार प्रदान करें।’

ये हैं प्रमुख मांगें

इनकी मुख्य माँगें हैं कि 87/13 फॉर्मूला लागू कर सभी परिणाम सौ प्रतिशत जारी किए जाएं। 2019 की मुख्य परीक्षा की कॉपियां दिखाई जाएं और मार्कशीट जारी की जाए। 2023 राज्य सेवा मुख्य परीक्षा का परिणाम तुरंत जारी किया जाए और एमपीपीएसी 2025 के लिए राज्य सेवा में 700 और वन सेवा में 100 पदों के साथ नोटिफिकेशन जारी किया जाए। इसी के साथ ये भर्ती प्रक्रिया में सुधार, CGPSC की तरह मुख्य परीक्षा की कॉपियां जांचने सहित कुछ मांगें और कर रहे हैं।

सीएम से नहीं हुई मुलाकात, कांग्रेस ने किया छात्रों का समर्थन

शुक्रवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव इंदौर में थे और इस दौरान छात्रों ने मांग की थी कि उनके उनके प्रतिनिधिमंडल को सीएम से मुलाकात करने दी जाए ताकि कोई निर्णय लिया जा सके।लेकिन छात्रों की मुलाकात मुख्यमंत्री से नहीं हो सकी। इसके बाद आद शनिवार को भी इनका प्रदर्शन जारी है। इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी इन छात्रों से मिलने पहुंचे और इन्हें अपना समर्थन दिया है।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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