भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। देश में आज किसान आंदोलन (Farmer Protest) का 19वां दिन है, अन्नदाता आज सोमवार (Monday) को भूख हड़ताल कर नए कृषि बिलों का विरोध दर्ज करवा रहे है, दिल्ली से लेकर मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) तक किसानों को लेकर बयानबाजी जारी है, विपक्ष लगातार केन्द्र से लेकर राज्य सरकार की घेराबंदी कर रहा है। इसी बीच मध्य प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) का बड़ा बयान सामने आया है।
आज मीडिया से चर्चा के दौरान नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) के किसानों (Farmers) और कृषि बिलों 2020 (Farm Bill 2020) को लेकर सवाल उठाए जाने पर तंज कसा है । उन्होंने कहा है कि किसानों के कर्ज माफी की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले और किसानों के हित में लाभकारी खोखले वादे करने वाले कमलनाथ आखिरकार सिंधु बॉर्डर (Sindhu Border) पर क्यों दिखाई नहीं दे रहे।
वही उन्होंने सवाल किया कि किसानों के बीच में जाने में आकर कमलनाथ को किस बात का डर है। क्या यह 84 की दाढ़ी में तिनका है! दरअसल कमलनाथ के ऊपर 1984 में सिख दंगों (1984 Sikh Riots) में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं ।
नक्सल मूवमेंट पर बोले
मध्यप्रदेश में नक्सली मूवमेंट (Naxalite Movement) को लेकर नरोत्तम ने कहा कि वे दो दिन बाद बालाघाट जिले (Balaghat District) के दौरे पर जा रहे हैं और पूरे मामले की समीक्षा करेंगे। उन्होंने इस मामले में कमलनाथ सरकार को दोषी बताते हुए कहा कि 15 साल में शिवराज सरकार (Shivraj Government) ने जिस तरह से नक्सल मूवमेंट को कंट्रोल किया था, 15 महीने की कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) ने एक बार फिर नक्सलियों को मध्यप्रदेश में पैर पसारने का अवसर दे दिया ।मध्य प्रदेश पुलिस की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि हाल ही में पुलिस (MP Police) ने दो बड़े नक्सली मार गिराए हैं और लगातार यह कार्रवाई जारी रहेगी, जब तक नक्सलवाद को मध्यप्रदेश की जड़ों से समाप्त नहीं कर दिया जाता।
कांग्रेस विधायक का समर्थन
कांग्रेस विधायक जंडेल सिंह (Congress MLA Jandel Singh) द्वारा उपचुनाव (By-election) में मिली करारी हार के बाद कमलनाथ के नेतृत्व पर सवाल उठाने को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर अब पीड़ा बाहर आने लगी है और कमलनाथ के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं चाहे कांग्रेस (Congress) के प्रवक्ता ब्रज भूषण नाथ हो या स्वदेश शर्मा या डॉक्टर गोविंद सिंह या फिर विधायक जंडेल सिंह ,अब सब इस बात को समझ गए हैं कि कमलनाथ के हाथों में मध्यप्रदेश में कांग्रेस का भविष्य सुरक्षित नहीं।