भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सीहोर जिले में पकड़ी गई सेक्स रैकेट (sex racket) सरगना अनुपमा तिवारी के बारे में शिवसेना ने नया खुलासा किया है। शिवसेना ने कहा है कि महिला से शिवसेना का कोई वास्ता नहीं है और उसके बारे में पार्टी पहले ही 2019 में डीजीपी से शिकायत कर चुकी है।
सीहोर में पकड़े गए सेक्स रैकेट को संचालित करने वाली अनुपमा तिवारी नामक महिला भले ही खुद को शिवसेना की महिला इकाई की प्रमुख बताती हो लेकिन शिवसेना ने उससे साफ पल्ला झाड़ लिया है। शिव सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठानेश्वर महादेव का कहना है कि 2019 में ही डीजीपी को इस महिला के बारे में हमने शिकायत की थी। महिला द्वारा संचालित शिवसेना गौ जन कल्याण संघ शिवसेना का अंग नहीं है और महिला का यह कहना है कि वह शिवसेना की महिला प्रमुख है, सिरे से गलत है।
दरअसल सीहोर बस स्टैंड के पास बीती रात पुलिस ने रेड मार कर 5 कॉल गर्ल सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया था और 28000 रूपये नगद और दो कार भी जब्त की थी। यह खुलासा हुआ था कि अनुपमा तिवारी नामक महिला इस रैकेट की सरगना है। अनुपमा तिवारी 2015 में सीहोर नगर पालिका में अध्यक्ष का चुनाव भी शिवसेना के बैनर तले लड़ चुकी है और उसे मात्र 694 वोट मिले थे। यह महिला खुद को पत्रकार और समाजसेवी भी बताती है। महिला के द्वारा भोपाल से कॉल गर्ल बुलाई जाती थी और 500 रूपये प्रति ग्राहक वसूले जाते थे। इस महिला ने इस काम के लिए इन्दूलता नाम की एक मैनेजर को भी रखा हुआ था। पुलिस अभी इस पूरे मामले की जांच कर रही है और पुलिस का मानना है कि इस मामले में कई बड़े राज खुल सकते हैं। वहीं शिवसेना के प्रदेश प्रमुख का कहना है कि हमने अनुपमा तिवारी की संदिग्ध गतिविधियां देख कर उसे शिवसेना से बाहर कर दिया था। शिवसेना प्रमुख ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह शिवसेना की छवि खराब करने के लिए अनुपमा का नाम उससे जोड़ा जा रहा है।
About Author
श्रुति कुशवाहा
2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।