भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बिजली कर्मचारी (electrician) अपनी मांगों को लेकर अब आंदोलन की राह पर चल पड़े है।अधिकारी-कर्मचारी विद्युत कंपनियों के निजीकरण एवं अन्य मांगों के लिए निर्णायक लड़ाई के लिए तैयार हो गए है।इसके लिए यूनाइटेड फोरम फ़ॉर पावर एम्प्लॉयज एवं इंजीनियर्स की प्रदेश कार्यकारिणी ने चरणबद्ध आंदोलन एवं कार्य बहिष्कार की घोषणा है। जिसके अंतर्गत पहले 19 जुलाई को 2 घंटे, 10 अगस्त को 1 दिवसीय और फिर 24 अगस्त से 26 अगस्त तक 3 दिवसीय कार्य बहिष्कार किया जाएगा। अगर इसके बावजूद भी सरकार ने मांगों को पूरा नही किया तो 6 सितंबर से अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार करने की घोषणा की गई है।
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दरअसल, यूनाइटेड फोरम फ़ॉर पावर एम्प्लॉयज एवं इंजीनियर्स (United Forum for Power Employees and Engineers की प्रदेश कार्यकरिणी की बैठक मे प्रदेश संयोजक व्ही के एस परिहार की अध्यक्षता में चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया गया है। प्रान्तीय संयोजक व्हीकेएस परिहार ने बताया कि मप्र सरकार द्वारा लाये जा रहे विद्युत संसोधन अधिनियम 2021 के विरोध एवं विद्युत अधिकारियों-कर्मचारियों की मांगों के निराकरण के लिए एमपी यूनाइटेड फोरम फ़ॉर पावर एम्प्लॉयज एवं इंजीनियर्स के द्वारा ऑल इंडिया पावर एम्प्लॉयज एंड इंजीनियर्स कॉर्डिनेशन कमेटी के आव्हान पर आंदोलन का फैसला किया गया है।