शिवराज के एक्शन का असर, देर रात औचक निरीक्षण करने पहुंचे प्रद्युम्न सिंह तोमर

Pooja Khodani
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भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। उपचुनाव (By-election) के बाद पहली कैबिनेट बैठक (Cabinet meeting) में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने सभी मंत्रियों से साफ कहा था कि अब हर विभाग की रेटिंग तय होगी, हर महीने अपने विभाग का रिपोर्ट कार्ड (Report Card) पेश करना होगा , हर सोमवार को प्रत्येक मंत्री अपने विभाग की समीक्षा करेगा। इस निर्देश के बाद सभी मंत्री एक्शन मोड में आ गए है और अपने अपने विभागों के कामों पर फोकस कर रहे है।

ताजा नजारा सोमवार (Monday) देर रात को भोपाल मे देखने को मिला।जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के समर्थक और शिवराज सरकार (Shivraj Government) में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) रात 8 से 9 बजे के बीच विद्यानगर सब स्टेशन (Sub Station) का औचक निरीक्षण करने पहुंचे ।इस दौरान उन्होंने अधिकारी-कर्मचारियों (Officer-Employees) से पूछा ट्रिपिंग क्यों हुई और कितनी देर के लिए हुई। रेत घाट में एक खराब वाहन खड़ा है, इसे जल्द हटाएं। अधिकारी सभी स्टेशनों का नियमित निरीक्षण करें। इसके अलावा मंत्री ने  विद्युत सब स्टेशन में कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए जरूरी सामग्री उपलब्ध कराने और सब स्टेशन में पड़ी अनुपयोगी सामग्री को राईट ऑफ करने के निर्देश भी दिए।

उन्होंने कहा कि सब स्टेशन में प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने के साथ ही अन्य सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराया जाए।इन वाहनों में मजबूत सीढ़ी के साथ दस्ताने और सुरक्षा के उपकरण होने चाहिए।तोमर ने विद्या नगर स्टेशन और रेत घाट स्टेशन में प्राप्त शिकायत और उनके निराकरण की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने बिजली सुधारने के लिए उपयोग किए जा रहे वाहनों का भी निरीक्षण किया। ऊर्जा मंत्री तोमर ने विद्या नगर में विद्युत उपभोक्ता शर्मा के घर जाकर विद्युत सेवाओं के संबंध में जानकारी ली। शर्मा ने विद्युत सेवाओं पर संतुष्टि व्यक्त की। तोमर ने विद्या मेडिकल स्टोर संचालक से भी चर्चा की। उन्होंने बिजली आपूर्ति और बिजली बिल के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (Central Region Power Distribution Company) के चीफ इंजीनियर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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