राहुल गांधी ने कहा ‘पीएम मोदी की आत्मा अडाणी में बसती है’, विपक्षी नेताओं के फोन हैक करने की कोशिश का आरोप

Rahul Gandhi

राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि  विपक्ष का फोन हैक करने की कोशिश की जा रही है। उन्होने कहा कि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और टीएमसी सहित कई पार्टियों के नेताओं के पास Apple का नोटिस आया है जिसमें कहा गया है कि ‘एप्पल का मानना है कि आपको राज्य प्रायोजित अटैकर्स द्वारा टारगेट किया गया है।’ राहुल ने कहा कि उनके ऑफिस सहित विपक्ष के कई नेताओं के पास ये मैसेज सबके पास आया है। इसी के साथ उन्होने कहा कि ये काम ‘तोते’ का है। इस तोते को लेकर उन्होने एक कहानी सुनाई और कहा कि पीएम मोदी की आत्मा अडाणी नाम के तोते में बसती है।

राहुल गांधी ने सुनाई तोते की कहानी

विपक्ष के नेताओं को एप्पल का नोटिस आने की बात कहते हुए राहुल गांधी ने एक कहानी सुनाई। उन्होने कहा कि ‘पुराने समय में एक राजा हुआ करता था। पूरी जनता और विपक्ष सब उस राजा के खिलाफ थे और आक्रमण कर रहे थे। लेकिन उन्हें कुछ नहीं होता था। कुछ साल बाद   विपक्ष ने एक ऋषि से पूछा कि सब इस राजा के खिलाफ है लेकिन आखिर उसे कुछ होता क्यों नहीं है। इसपर ऋषि ने कहा कि दरअसल राजा की आत्मा इसके अंदर नहीं है, उसकी आत्मा पीछे एक छोटा सा घर है जहां एक पिंजरे में तोता बैठा है। राजा की आत्मा उस तोते के अंदर है। उस तोते को आप पकड़ लीजिए, तोता खत्म हो जाएगा।’ इस कहानी को सुनाने के बाद राहुल ने कहा कि इस कहानी की तरह की पीएम नरेंद्र मोदी जी की आत्मा अडानी के अंदर बसती है। तोता कहीं बैठा है, राजा कहीं बैठा है और बहुत समय के लिए पूरा विपक्ष राजा पर हमला कर रही थी, लेकिन असलियत तो ये है कि राजा राजा ही नहीं है। ताकत किसी और के हाथ में है..अडाणी जी के हाथ में है। अब ये बात विपक्ष को पता चल चुकी है। इसलिए अडानी को हमने ऐसा घेरा है कि वो बचकर नहीं निकल सकते।

पीएम मोदी पर आरोप

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री अडाणी जी के लिए काम करते हैं। उन्होने कहा कि पहले हम समझते थे कि क्रम इस अनुसार है..नंबर वन पीएम मोदी, नंबर दो अडाणी और नंबर तीन अमित शाह। लेकिन ये गलत है। असल में नंबर वनपर अडाणी जी हैं, नंबर दो पर प्रधानमंत्री और नंबर तीन पर अमित शाह हैं। उन्होने कहा कि अब हिंदुस्तान की राजनीति हमें समझ में आ गई है। अडाणी जी अब बचकर नहीं निकल सकते..हमने उन्हें ऐसे घेरा है..तोते को हमने ऐसा पकड़ा है कि वो बचकर नहीं निकल सकता है। इसीलिए अब ध्यान बंटाने की राजनीति की जा रही है ताकि देश की और विपक्ष की निगार पिंजरे में बैठे हुए तोते पर न चली जाए। लेकिन अब हम सब समझ चुके हैं। उन्होने कहा कि देश में जिस तरह से मोनोपॉली हावी हो रही है, उसका सभी के ऊपर असर पड़ रहा है। कोयले में अडानी, एयरपोर्ट में अडानी, पोर्ट्स में अडानी है। इस कारण आज हिंदुस्तान दो भागों में बंट रहा है। एक है प्रो मोनोपॉली – अडानी का कंट्रोल और दूसरा एंटी मोनोपॉली- जनता का कंट्रोल। उन्होने कहा कि अब विपक्ष इस बात को अच्छे से समझ गया है इसलिए अब कोई न तो उन्हें बरगला सकता है न ही जनता को बहुत समय तक अंधेरे में रखा जा सकता है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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