भोपाल/इंदौर।
इंदौर आरएसएस के मालवा प्रांत का मुख्यालय है । इसी के चलते राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ (आरएसएस) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी मंडल की तीन दिवसीय बैठक गुरुवार से शुरु होने जा रही है। इंदौर में होने वाली इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा 400 से ज्यादा पदाधिकारी शामिल होंगे। बैठक में पुराने मुद्दों के साथ साथ आने वाले साल की रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी।इसके साथ ही मध्य प्रदेश में संघ की गतिविधि बढ़ाने को लेकर भी चर्चा हो सकती है।सुत्रों की माने तो नागरिकता संशोधन कानून पर हो रही सियासत के बीच ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है। इस कानून को लेकर भी इस बैठक मे चर्चा होने की संभावना है। वही इसे १२ जनवरी को अमित शाह के दौरे से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
खबर है कि इस बैठक में नागरिकता कानून और राम मंदिर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। सीएए कानून को लेकर देश में बन रहे माहौल पर मंथन और इस कानून को लेकर फैल रही भ्रम की स्थिति को दूर करने के लिए भी बैठक में कार्ययोजना बन सकती है।वही बीते वर्ष की गतिविधियों की समीक्षा के अलावा नए साल में संघ की रणनीति पर चर्चा होगी। इसके साथ ही मध्य प्रदेश में संघ की गतिविधि बढ़ाने को लेकर भी चर्चा हो सकती है। इसके अलावा केन्द्र सरकार के कश्मीर से धारा 370 हटाने और अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ होने जैसे विषयों को घर-घर तक पहुंचाने की रणनीति भी बनाई जाएगीयह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण इसलिए मानी जा रही है कि क्योंकि इसमें संघ प्रमुख भी शामिल हो रहे हैं।
बैठक मे शामिल होंगे बीजेपी नेता
सम्मेलन में आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत, सर कार्यवाह भैयाजी जोशी, बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राम माधव सहित कई केंद्रीय मंत्री भाग लेंगे।