जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में शुक्रवार को कंप्यूटर बाबा ने नर्मदा संसद का आयोजन किया। इसमें प्रदेशभर से हजारों संत शामिल हुए। कंप्यूटर बाबा ने नर्मदा संसद के मंच से प्रदेश के सभी संतों से कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हम पांच साल के लिए समर्थन देते हैं। उनके साथ की दिग्गज संत मंच पर मौजूद रहे। राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद से ही कंप्यूटर बाबा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खालिफ मोर्चा खोल रखा है। वह लगातार प्रदेश की यात्रा कर भाजपा विरोधी बयान दे रहे हैं।
कंप्यूटर बाबा ने सरकार और शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि 15 पहले भाजपा की सरकार साधु संतों ने ही बनाई थी, अब यही साधु संत इस सरकार को उखाड़ फेकेंगे। उन्होंने रोते हुए कहा कि शिवराज सरकार संतों की झोपड़ी तोड़ रही है, भाजपा ने संत समाज की गरीमा खराब करदी है। भाजपा सिर्फ मठ मंदिरों में अपने लोगों को देखना चाहती है। लेकिन अब हम सब संत मिलकर शिवराज सरकार को कान पकड़ कर नीचे लाएंगे। उन्होंने नारा देते हुए कहा कि,’पाप करे शिवराज, कैसे माफ करे महाराज।’
निरंजनी अखाड़ा (भोपाल) महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरि ने नर्मदा संसद के दौरान कहा कि हम इसलिए कांग्रेस को समर्थन करेंगे कि हम उसे देखेंगे कि वो हमारे लिए कैसा काम कर रही है,यदि 5 साल बाद उसने हमारे लिए काम नहीं किया तो हम उसे उखाड़ फेंकेगे, कोई साथ दे य ना दे हम खुले मंच से कह रहे हैं अबकी बार कांग्रेस की सरकार बनेगी। यही नहीं उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि डंके की चोट पर हम कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगे।
फैसला गंभीर होना चाहिए
नर्मदा संसद में शामिल होने आए आचार्य प्रमोद कृष्णन महाराज ने कहा कि, नर्मदा संसद का विषय गंभीर है, इसलिए निर्णय भी गंभीर होना चाहिए। उन्होंने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मन की बात पर देश के प्रधानमंत्री का कब्जा था पर उसे छीनकर साधु संतों को दे दिया है। अब साधु संत भी अपने मन की बात संतों और जनता के साथ कर सकते हैं। उन्होंने कंप्यूटर बाबा की तुलना भगवार कृष्ण से करते हुए कहा कि जहां कृष्ण हैं वहां कंप्यूटर बाबा हैं और जहां कंप्यूटर बाबा हैं वहां विजय है। जिस सरकार को बनाने में संतो की महत्त्वपूर्णभूमिका रही है आज इसे खड़िया बता रही है, धिक्कार है ऐसी पार्टी में, साधुओं को समझाया जा सकता है पर धमकाया नहीं जा सकता है, जब कोई राज्य का राजा मदहोश हो जाये उनका गिरेबान पकड़कर गद्दी से हटा देंगे। उन्होंने आक्रोशित होते हुए कहा कि अगर संत समाज कमंडल का जल लेकर छिड़क दे को इनकी हस्ती मिट जाएगी। 2014 में राम मंदिर बनाने का वादा किया था, गो रक्षा अधिनियम बनाने का वादा किया था, पर सभी वादे इनके झूठे निकले, झोली फैलाकर साधु संतों से आचार्य प्रमोद कृष्णन ने की अपील, अगर सरकार में परिवर्तन हुआ तो ये तीन वादे होंगे पूरे। पहला गौ शाल हर गाँव में बनेगी, दूसरा हर गौ शाला का समिति प्रबंधन होगा संत, और तीसरा नर्मदा घोटाला करने वालो की जगह जेल में होगी।