भोपाल| चुनाव आयोग ने विपक्षी दलों की उस मांग को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने वोटों की गिनती से पहले वीवीपैट पर्चियों के मिलान की अपील की थी। वहीं इस फैसले को लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, प्रतिपक्ष जानता है कि वो बुरी तरह हार रहा है। इसलिए वो अभी से ईवीएम पर हार का ठीकरा फोड़ने के लिए हार के बहाने तैयार कर ऐसी अव्यवहारिक मांग कर रहा है। वहीं शिवराज ने चुनाव आयोग से मतगणना स्थल पर जनरेटर लगाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ पर तंज कसा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से मांग कि है कि प्रदेश के सभी मतगणना स्थल पर जनरेटर की व्यवस्था करें। आयोग बिजली के भरोसे ना रहे, क्योंकि प्रदेश में बंटाढार युग लोट आया है, अंधेरे का राज होने लगा है। राजधानी भोपाल में ही कई बार बिजली जा रही है। दिग्विजय सिंह भी अपने चुनाव प्रचार में जनरेटर साथ लेकर चल रहे थे। अगर मतगणना के दौरान बिजली चली जाती है तो विपक्ष को हार का एक और बहाना मिल जाएगा। वहीं कमलनाथ पर शिवराज ने निशाना साधते हुए कहा कि, कमलनाथ इस मामले में मंझे मझाए खिलाड़ी है और बिजली जाने का आरोप भी वे बीजेपी पर लगा देंगे। कमलनाथ को अपने प्रशासन और सरकार चलाने की क्षमता पर बिल्कुल भी भरोसा नही है। इसलिए अगर मतगणना स्थल पर बिजली चली भी जाए तो जनरेटर की रोशनी में काउंटिंग हो सके।