भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की शिवराज सरकार (Shivraj Government) लगातार रोजगार (Employment) पर फोकस बनाए हुए है। आए दिन रोजगार सृजन को लेकर बड़े बड़े फैसले लिए जा रहे है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) कहा है कि प्रदेश में उद्योगों का संवर्धन तथा उनके माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार सृजन हमारी नीति है। प्रदेश में उद्योगों (Industries) को सभी आवश्यक सुविधाएं एवं रियायतें दी जा रही हैं। प्रदेश में उद्योग स्थापना के समय उद्योगों से जो ‘कमिटमेंट’ किए गए थे उन्हें पूरा किया जाएगा।
आज मंत्रालय में उद्योग प्रोत्साहन समिति की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों को सरकार द्वारा निवेश प्रोत्साहन सहायता, रियायती दर पर भूमि, विद्युत दर में छूट, अधोसंरचना सुविधा आदि उपलब्ध कराये जाते हैं। प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण तथा प्रदेश में मिलने वाले कच्चे माल की प्रोसेसिंग करने वाले उद्योगों को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रदेश में रेडीमेड गारमेंट उद्योग से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है। अत: इन उद्योगों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
गौरतल है कि बीते दिनों कलेक्टर-कमिश्नर की वीसी में शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि हर जिले में शासकीय एवं निजी क्षेत्रों (Government And Private Sectors) में नियोजन तथा स्वरोजगार के माध्यम से रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजित किए जाएं। प्रदेश में हर माह लगभग 01 लाख रोजगार सृजित किए जाएं। प्रत्येक जिले में हर माह रोजगार मेले आयोजित कर रोजगार उपलब्ध कराया जाए। ग्रामों के समग्र विकास के लिए नगरों की तरह ग्रामों का भी मास्टर प्लान बनाया जाए।