इंदौर, आकाश धोलपुरे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर की आपात बैठक की। इसके बाद इंदौर में सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस व निगम के अधिकारियों की बड़ी बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि कोरोना कर्फ्यू को लेकर अब सख्ती होगी और उल्लंघन या विरोध करने वालों की गिरफ्तारी की जाएगी। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि अगर कोई अनावश्यक रूप से बाहर घूमता पाया गया तो बुधवार से उसकी गिरफ्तारी होगी और उसे अस्थायी जेल में डाला जाएगा।
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इस बैठक में निर्णय लिया गया कि सब्जी, दूध और किराना दुकानों को छूट रहेगी। वहीं अस्थायी सब्जी मंडी और हाट बाजार बन्द रहेंगे। शहर में अब केवल 20 पेट्रोल पम्प ही चालू रहेंगे। वहीं उद्योग, फैक्ट्री, इंडस्ट्री से जुड़ी गतिविधियाँ चालू रहेंगी। लेकिन निर्माण कार्य बन्द किये जाएंगे। वहीं प्रशासन ने चेतावनी दी है कि जिन गतिविधियों को छूट दी गई है उसका कोई अनुचित लाभ न ले। ऑटो और टैक्सी से सिर्फ मरीज के परिवहन के लिए छूट रहेगी, शेष लोक परिवहन बंद होंगे। बैठक के बाद इंदौर डीआईजी मनीष कपूरिया ने कहा कि बुधवार का दिन महत्वपूर्ण है। यदि हमने पहले कर्फ्यू के पहले दिन सख्ती दिखाई तो 30 अप्रैल तक इसका असर दिखाई देगा।
कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि 21 से 30 अप्रैल तक जिले में जनता कर्फ्यू लगाया जाएगा। उन्होंने जिले के नागरिकों से जनता कर्फ्यू के दौरान अनावश्यक रूप से घरों से बाहर ना निकलने का आवाहन किया है। #COVID19 #janta_curfew #IndoreFightsCorona pic.twitter.com/MEFGjelTKv
— Collector Indore (@IndoreCollector) April 20, 2021