भोपाल। विधानसभा चुनाव की मतगणना से पहले पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने सभी प्रत्याशियों को भोपाल बुलाकर मतगणना में विशेष सावधनी बरतने का प्रशिक्षण दिया था। अब लोकसभा चुनाव की मतगणना में भी कांग्रेस प्रत्याशियों को विशेष सावधानी बरतने के लिए हिदायत देने जा रही है। पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा 21 मई को भोपाल में सभी प्रत्याशी एवं विधायकों की बैठक बुलाई गई है। जिसमें मतगणना को लेकर भी चर्चा होना है। एग्जिट पोल के नतीजों के बाद जिस तरह देश भर में सियासी मुलाकातें हो रही है, और बीजेपी द्वारा बहुमत की जीत के दावे को देखते हुए कांग्रेस पूरी तरह सक्रिय है और हर मोर्चे पर कोई चूक नहीं करना चाहती है| ऐसे में आज होने वाली बैठक इसलिए भी अहम् मानी जा रही है| इसके अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है|
मंगलवार को होने वाली बैठक में पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश, दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत अन्य नेता भी शामिल होंगे। बताया गया कि लोकसभा चुनाव में मतगणना में गड़बडिय़ों को पकडऩे के लिए कांग्रेस ने नए चेहरों के साथ ही अन्य प्रत्याशियों को भी टिप्स देने की तैयारी की है। पार्टी नेता बैठक में बताएंगे कि मतगणना में कौन और किस तरह की गड़बडिय़ां हो सकती हैं। इन्हें पकडऩे के लिए प्रत्याशियों को अपने एजेंटों को क्या बताना होगा और उन्हें क्या करना होगा। विधानसभा चुनाव की मतगणना से पहले भी कांग्रेस ने यह कदम उठाया था।
कई प्रत्याशी पहली बार लड़ रहे चुनाव
कांग्रेस को मतगणना के दौरान गड़बड़ी की आशंका है, क्योंकि कांग्रेस के करीब एक दर्जन प्रत्याशी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले इन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा था। पहली बार चुनाव लडऩे वालों में भिंड के देवाशीष जरारिया, टीकमगढ़ की किरण अहिरवार, रीवा के सिद्धार्थ तिवारी, छिंदवाड़ा के नकुलनाथ, देवास के प्रहलाद टिपानिया, खरगोन के डॉ. गोविंद मुजाल्दा, धार के दिनेश गिरवाल और बैतूल के रामू टेकाम शामिल हैं। कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जिन्हें नगरीय निकाय, जिला-जनपद पंचायतों के चुनाव का अनुभव है। मगर लोकसभा चुनाव इन सबसे बहुत अलग है और बड़ा क्षेत्र होता है।