वायरल लेटर…रिटायर होने वाले IAS के लिए कर्मचारी करेंगे तर्पण

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश कैडर के एक आईएएस (MP IAS Officer) की सेवानिवृत्ति के बाद उनके तर्पण के लिए कर्मचारी संगठनों ने एक पत्र जारी किया है। लेटर प्रदेश में जमकर वायरल (Viral) हो रहा है। इसके पहले भी इन आईएएस के खिलाफ सागर मेडिकल कॉलेज के 2 डॉक्टर (Doctors)स पत्र लिखकर वायरल कर चुके हैं। चिकित्सा शिक्षा कर्मचारी संघ (Medical Education Workers Union) की ओर से लिखे इस पत्र में 30 सितंबर को सेवानिवृत्त होने वाले आईएएस को टारगेट किया गया है।

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इसमें प्रदेश के सभी कर्मचारी संघ को संबोधित करते हुए लिखा गया है कि हमारी भारतवर्ष की सनातन परंपरा में अशांत रूद्र एवं असंतुष्ट पितरों की आत्मा की शांति के लिए निर्धनों को भोजन कराने की प्रथा है।अतः हमारे चिकित्सा शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के 200 करोड़ NPS का पैसा हजम करने वाले, 26 महीने का एरियर पचा जाने वाले, स्वयं को विधायिका एवं संविधान से ऊपर मानकर अराजक भर्ती नियम 2018 लाने वाले, श्रापित परंपरा शुरू करवाने वाले, एक कलेक्टर की बहन को बिना दस्तावेज के सीधे प्रोफेसर बनाने वाले एवं अपनी नाक के नीचे होने वाली रिश्वतखोरी कर्मचारी एवं चिकित्सकों से होने वाली वसूली को न रोक पाने वाले IAS महोदय का 20 सितंबर को रिटायरमेंट है।

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अतः सभी कर्मचारी संघों से निवेदन है कि प्रदेश की सारी इकाईयो को निर्देशित करें कि 30 सितंबर को तर्पण का आयोजन करें जिससे क्रोध एवं अहंकार से परेशान उनकी आत्मा को शांति मिले और जो इंटरमिटेंट एक्सप्लोसिव डिसऑर्डर नाम की बीमारी से वे परेशानी व पीड़ित हैं उसका उपचार आराम से करवा सकें। पत्र में यह भी लिखा गया है कि हमें चिकित्सकों ने बताया है कि चिकित्सक मरीजों के इलाज के लिए शपथबद्द हैं अतः हम सब चिकित्सक इसके बावजूद भी उनका निशुल्क इलाज करेंगे और इसके लिए सभी नर्सेज भी तैयार हैं। जबकि उनके अपने लोग उनके शक्तिहीन हो जाने की वजह से उनको दुत्कार देंगे।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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