भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 16 मई से मध्य प्रदेश का मौसम फिर बदलने वाला है। नए पश्चिमी विक्षोभ के असर से आंशिक रूप से बादल छा सकते हैं। कहीं-कहीं बूंदाबादी होने की भी संभावना है। एमपी मौसम विभाग (MP Weather Department) ने आज शनिवार 14 मई को 25 जिलों में हीट वेव का रेड अलर्ट जारी किया है। इधर, 16 मई को ईरान व अफगानिस्तान में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और इसके असार से हवाएं की दिशा भी बदलेगी।
22 लाख कर्मचारियों-पेंशनरों के लिए खुशखबरी, इसी महीने से शुरू होगी ये सुविधा! जानें कैसे मिलेगा लाभ?
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Update) के अनुसार, पिछले 24 घंटे में नौगांव 48 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।खजुराहो, नौगांव, राजगढ़, सतना, सागर, दमोह, भोपाल, खंडवा, खरगोन, शाजापुर, दतिया, गुना और ग्वालियर में हीट वेव का असर देखने को मिला। आज शनिवार को ग्वालियर, चंबल और रीवा संभागों के जिलों के साथ जबलपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, राजगढ़, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, उज्जैन,आगर, शाजापुर, विदिशा और भोपाल में लू का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Alert) के अनुसार,रविवार 15 मई की रात से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हवाओं का रुख उत्तर पश्चिमी होते ही 16 मई से तापमान में कमी आएगी और 18 मई तक तापमान 41 डिग्री के आसपास रहेगा।इसके बाद 19 से 26 मई तक इंदौर गर्मी का आखिरी दौर रहेगा लेकिन लू नहीं चलेगी। 28 मई के बाद प्री मानसून की गतिविधियां बढ़ने लगेंगी।जबलपुर सहित संभाग के जिलों में आने वाले दिनों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।
कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज! 2022 में 8.13% वेतन वृद्धि का अनुमान, सैलरी में आएगा बंपर उछाल
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Alert) के अनुसार, 24 मई की मध्यरात्रि के बाद 2 बजकर 33 मिनट पर सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। सूर्य के रोहणी नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही 25 मई से नौतपा शुरू हो जाएगा, जो 2 जून तक चलेगा।वही 15-16 मई से अगले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावी होने की संभावना बनी हुई है। इसके असर से अगले शनिवार को जबलपुर सहित मंडला, बालाघाट, सिवनी सहित आसपास के जिलों में कहीं-कहीं बौछारे पड़ सकती हैं।
15 जून तक आएगा मानसून
भारतीय मौसम विभाग की मानें तो 26 मई तक मानसून केरल के तट पर पहुंच जाएगा। वही 15 जून तक इंदौर में पहुंचने की संभावना है। आमतौर पर मध्य प्रदेश में मानसून की तारीख 1 जून से 30 सितंबर तक होती है। अलग-अलग जिलों में अलग-अलग तारीखों पर मानसून पहुंचता है । चुंकी इस साल केरल के तट पर 4-5 दिन पहले मानसून के पहुंचने की संभावना है अतः मध्यप्रदेश में भी 4-5 दिन पहले मानसून आ सकता है।पहली बारिश 10 से 15 जून के बीच हो सकती है।