Web Series : यशपाल सिंह सिसौदिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की ये मांग

Pooja Khodani
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Yashpal Singh Sisodia

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश उपचुनाव (MP By-election) की सियासी सरगर्मियों के बीच BJP विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया (Yashpal Singh Sisodia) ने वेब सीरिज पर सवाल उठाए है। विधायक ने प्रदेश की शिवराज सरकार से वेब सीरीज पर बैन लगाने की मांग की है। विधायक का कहना है कि बेव सीरिज में मनोरंजन के नाम पर अश्लीलता परोसी जा रही है।बता दे कि सियौदिया वही विधायक है जिन्होंने पबजी गेम पर भी पाबंदी की मांग की थी, जिस शिवराज सिंह चौहान ने एक्शन लेने की बात कही थी।

इसके लिए सिसौदिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan)को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि फिल्म निर्माता निर्देशक लाॅकडाउन (Lockdown) और अनलॉक (Unlock) के इस दौर में वेब सीरीज (Web Series) के माध्यम से इंटरनेट (Internet) के ज़रिए आपराधिक प्रवृत्तियों को बढ़ावा,गाली गलौज अमर्यादित टिप्पणियां, दृश्य दिखाकर युवा पीढ़ी को भटकाने काम कर रहे हैं इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। इसके लिए उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान से सहयोग भी मांगा है और मामले में सीएम से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से बात किए जाने की भी अपील की है। हालांकि, विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया के इस पत्र पर अभी तक सीएम शिवराज सिंह चौहान की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।

क्या होती है वेब सीरिज
वेब सीरीज में कंटेट सबसे बड़ा हथियार है। यहां प्रोड्यूसर-डायरेक्टर को बोल्ड कंटेट से लेकर कई ऐसे मुद्दों पर सीरीज बनानी की छूट होती है जिन्हें फिल्मों या सीरियल्स में आमतौर पर नहीं दिखाया जाता। खासकर ये युवाओं के लिए एक बेहतर माध्यम है जो फिल्मों में नाच-गाने और फैमिली ड्रामे से अलग कहानियां देखना चाहते हैं।फिल्मों और टीवी सीरियल से इतर वेब सीरीज में 8-10 एपिसोड होते हैं। यह सीरीज अलग-अलग कहानी पर आधारित होती हैं। एक एपिसोड 25 से 45 मिनट तक के होते हैं। ये वेब सीरीज डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कई बार एक साथ लॉन्च कर दिए जाते हैं, तो वहीं कई बार हर हफ्ते एक एपिसोड लॉन्च होता है।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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