भोपाल। मप्र में चौथे चरण के लोकसभा चुनाव मे पहली बार मतदान करने वाले 18 और 19 साल के युवा निर्णायक साबित हो सकते हैं। इस चरण के सभी 8 संसदीय क्षेत्रों में से हर एक में लगभग 50 हजार से ज्यादा नए युवा मतदाता सूची में जुडे हैं। इसके साथ ही 20 से 30 वर्ष के करीब 30 फीसदी मतदाता भी अहम भूमिका में हैं। इसमें महिला मतदाताओँ की संख्या अच्छी खासी है।
जिसके बाद सभी राजनैतिक पार्टीयों की नजरे युवाओँ और महिलाओँ पर आकर टिक गई हैं। देवास संसदीय क्षेत्र में 57 हजार युवा मतदाता सूची में जुडे हैं। 8 संसदीय़ क्षेत्रों में से सबसे ज्यादा 18 से 19 वर्ष के मतदाता इसी क्षेत्र में हैं। देवास में कुल मतदाताओँ की सख्यां 17 लाख 57 हजार है। इसमें अकेले 8 लाख 46 हजार महिला मतदाता हैं। जो सत्ता को घुमाने के लिए काफी हैं।
इसी तरह उज्जैन में कुल 16 लाख 59 हजार में से 44 हजार पहली बार वोट देने वाले मतदाता हैं। यहां महिला मतदाताओँ की सख्यां 8 लाख 10 हजार है। मंदसौर में 17 लाख 58 हजार मतदातो में से 56 हजार 18 और 19 वर्ष के हैं। जबकि 8 लाख 59 हजार महिला मतदाता हैं। धार संसदीय क्षेत्र में कुल 17 लाख 84 हजार वोटर हैं। इसमें 9 लाख 8 हजार पुरूष मतदाता हैं। जबकि महिला मतदाताओं की सख्यां 8 लाख 76 हजार है और इस सीट पर 18 और 19 साल के करीब 51 हजार मतदाता सूची में जुडे हैं। खरगोन में 18 लाख 34 हजार वोटर हैं जिसमें से 9 लाख 5 हजार महिला मतदाता हैं। खंडवा मे भी कमोवेश यही स्थिति है यहां 19 लाख में से 9 लाख 25 हजार महिला मतदाता हैं। रतलाम की बात करें तो पूरे प्रदेश में यह एक मात्र ऐसी सीट है जहां महिला और पुरूष मतदाताओं के बीच केवल 8 हजार का अंतर हैं। यहां कुल 18 लाख 50हजार मतदाता हैं। जिसमें से 9 लाख 21 हजार महिला मतदाता हैं। साथ ही इस बार 50 हजार नए वोटर लिस्ट में जुडे हैं।
इंदौर संसदीय सीट पर सबसे ज्यादा वोटर हैं। यहां कुल 23 लाख 49 हजार मतदाता हैं। इनमें से 12 लाख 7 हजार पुरूष और 11 लाख 41 हजार महिला हैं और इसमें से 60 हजार नए 18 से 19 वर्ष के मतदाता हैं। ऐसे में इन मतदाताओं का रूझान कई मायनों में निर्णायक साबित हो सकता है।