Dust Allergy Remedies : नवंबर के साथ ही मौसम में बदलाव मौसम का परिवर्तन होता है। अक्सर नवंबर के साथ ही शीतकाल आरंभ होता है, जिससे मौसम में ठंडक और सर्दी का आगमन होता है। इस दौरान तापमान में गिरावट और रात के तापमान में ठंडक का अहसास होता है। यह मौसम की परिवर्तन की सामान्य प्रक्रिया है, जिसमें गर्मियों के बाद शीतकाल आता है। वहीं, सर्दियों में धूल और बाढ़ के कारण एलर्जी समस्याएं आम बात हो सकती हैं, जो लोगों को छींक, खांसी, नाक बहने, गले में खराश, आंखों में जल और श्वासन संकट जैसे लक्षणों के साथ परेशान कर सकती है। धूल और अन्य वायु प्रदूषण के कारण यह एलर्जी होती है। आइए जानें इससे बचने के उपाय…
हल्दी
हल्दी (Turmeric) एक प्राकृतिक औषधि है और उसमें कुर्कुमिन नामक एक मुख्य संघटक होता है, जिसमें एंटी-इन्फ्लामेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट, और आंतिक्रियात्मक गुण होते हैं। हल्दी को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है और यह एक प्राकृतिक डिकॉन्गेस्टेंट के रूप में कार्य करता है, जो एलर्जी को कम करने में मदद करता है। इसलिए आप हल्दी वाला दूध पिएं।
पुदीने की चाय
पुदीने की चाय डस्ट एलर्जी के लक्षणों को कम करता है। पुदीना (Mint) अनेक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, जैसे कि यह एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण रखता है। इसके अलावा, आप पुदीने की चाय में शहद और नींबू का रस भी मिला सकते हैं, जो इसका स्वाद बेहतर बना सकता है।
शहद
शहद को आयुर्वेद में महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके गुणों कई स्वास्थ्य समस्याओं को खत्म कर देता है। बता दें कि शहद में एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जिन्हें विभिन्न समस्याओं के इलाज में उपयोग किया जाता है। यह आपको एलर्जी से भी राहत दिलाता है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी (Green Tea) में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स डस्ट और गंदगी के कारण होने वाली एलर्जी से आपको बचाता है। इसके अलावा, ग्रीन टी में मौजूद केटेकिन्स सांस संबंधी समस्या को रोकने में मददगार होता है, जिससे खांसी और सांस की परेशानी को कम किया जा सकता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)





