शुगर लेवल करता है कंट्रोल
बेलपत्र के उपयोग से डायबिटीज के मरीजों को लाभ मिल सकता है। बेलपत्र में मौजूद फाइबर और अन्य पोषक तत्व मधुमेह के प्रबंधन में मदद करता है। जिससे ब्लड शुगर स्थिर रहता है।
पाचन संबंधी समस्याएं
बेलपत्र में फाइबर की अधिक मात्रा होती है और इसलिए यह पाचन तंत्र को सुधारने में मदद कर सकता है। इससे पेट से जुड़ी कई समस्याएं जैसे कि गैस, एसिडिटी, अपच, और कब्ज को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। बेलपत्र का सेवन खाली पेट या खाने के बाद किया जा सकता है क्योंकि खाली पेट बेलपत्र खाने से पेट की समस्याओं में जल्दी राहत मिलती है।
बाल और चेहरे के लिए फायदेमंद
बेलपत्र आपके चेहरे और बालों की देखभाल के लिए भी उपयोगी होता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और शुद्धिकरण गुण आपके चेहरे की त्वचा को निखारने के साथ ही चेहरे को नमी देते हैं। इससे आपका चेहरा ग्लोइंग और मुलायम दिखने लगेगा। इसके अलावा, बेलपत्र के जूस का सेवन और पत्तियों को खाने से हेयर फॉल की समस्या कम होती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व और प्रोटीन बालों के स्वास्थ्य को बढ़ा सकते हैं और उन्हें बालों के झड़ने से रोक सकते हैं। इससे बालों की चमक बढ़ सकती है। साथ ही, बाल घने और मजबूत होते हैं।
शरीर को रखे कुल
बता दें कि बेलपत्र की तासीर ठंडी होती है, जिससे यह गर्मियों के मौसम में बहुत फायदेमंद होता है। इसके गुण शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं, जिससे आपका शरीर सुस्त नहीं होता है। इसके सेवन से मुंह में छाले की समस्या भी दूर होती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और शुद्धिकरण गुण मुंह की समस्याओं को कम करते हैं और छाले को ठीक कर सकते हैं।
ऐसे करें सेवन
- आप बेलपत्र की पत्ती को सीधे चबा सकते हैं।
- बेलपत्र का काढ़ा बना सकते हैं और इसे पी सकते हैं। इसके लिए, पानी को एक बर्तन में डालें और उसे उबालें। जब पानी उबलने लगे तो उसमें बेलपत्र की पत्ती डालें और उबालें। इसे ठंडा करने के लिए थोड़ी देर रखें, फिर इसे छानकर पीलें।
- आप बेलपत्र का रस निकालकर भी पी सकते हैं। इसके लिए, ताजी बेलपत्र की पत्तियों को पीस लें और उन्हें शहद के साथ मिलाएं। इसे नियमित रूप से लेने से आपको बेलपत्र के गुणों का लाभ मिल सकता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)