Curry Leaves Water : करी पत्ते का उपयोग खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, करी के पत्तों में विभिन्न पोषक तत्व और औषधीय गुण होते हैं, जैसे कि विटामिन C, विटामिन A, कैल्शियम, फोलिक एसिड और विटामिन K। ये सभी सेहत के लिए महत्वपूर्ण होते है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभाव से बचाते हैं। वहीं, करी पत्ते के पानी को पीने से शरीर को अनेक फायदे मिलते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको इसे रोजाना पीने के फायदे बताते हैं। आइए बताते हैं विस्तार से…
पाचन
करी पत्तों में पाचन को बेहतर बनाने में मदद करने वाले एंजाइम्स होते हैं। यह आपके पाचन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं। करी पत्तों का पानी पीने से पाचन शक्ति बढ़ जाती है और मल त्याग की क्रिया में सुधार आती है। इसलिए आप रोजाना इसे खाली पेट पिएं, जिससे आपकी समस्या दूर होगी।
स्ट्रेस
करी पत्तों का पानी एक प्रकार का होम रेमेडी है जो स्ट्रेस को कम करता है। करी पत्तों की खुशबू, ताजगी और स्वाद मनोबल को बढ़ा सकती है। करी पत्तों का इस्तेमाल स्ट्रेस और तनाव को कम करने के लिए किया जाता है। इसके लिए आप सुबह के समय इसका पानी पीएं, जिससे शांति मिलेगी और स्ट्रेस को कम किया जा सकता है। आप एक कप गर्म पानी में करी पत्तों का पानी डालकर भी पी सकते हैं।
हार्ट
करी पत्तों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है। इसका नियमित रुप से सेवन आपको इस समस्या से सदैव बचाए रख सकता है। इसलिए करी पत्ते का पानी आप रोज सुबह उठकर खाली पेट पिएं।
डायबिटीज
करी पत्तों में पाए जाने वाले कार्बाजोल एल्कलॉइड्स का इस्तेमाल डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। यह ग्लूकोज के स्तर को कम करता है, खासकर टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए यह बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसलिए आज ही अपनी डेली डाइट में इसे शामिल कर लें।
सुबह ऐसे करें पानी का सेवन
- सबसे पहले एक कप गर्म पानी उबालें और इसे ठंडा होने दें।
- एक छोटे से पात्र में कुछ स्वच्छ करी पत्ते डालें।
- अब ठंडे हुए पानी में करी पत्तों को मिलाएं।
- इस करी पत्तों के पानी को सुबह खाली पेट पीएं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)