हेल्थ, डेस्क रिपोर्ट। नॉर्मल और सिजेरियन डिलीवरी (normal and cesarean delivery)के बीच चुनना हो तो महिलाओं का जवाब नॉर्मल डिलीवरी होता है। हालांकि कुछ कॉम्पलिकेशन्स की वजह से सिजेरिन डिलीवरी का सहारा लेना पड़ता है। कहा जाता है कि सिजेरियन डिलीवरी में पेट में टांके आते हैं, जिससे मोटापा बढ़ने का डर भी रहता है और ऑपरेशन के बाद काफी हद तक कमजोरी भी बढ़ जाती है।
पर क्या आप जानती हैं ऑपरेशन से होने वाली डिलीवरी की मुश्किलें दूर करने के लिए आप अपने स्तर पर ही कई प्रयास कर सकती हैं। आपको बता दें हमारी रसोई में ही ऐसी कई फल और सब्जियां मौजूद हैं जो नॉर्मल डिलीवरी की संभावनाओं को बढ़ा देती हैं। कोशिश करें कि प्रेग्नेंसी (pregnancy) के समय आप उन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बना कर रखें कि ताकि सामान्य प्रसव की संभावनाएं ज्यादा रहें।
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दूध पीने की आदत हमेशा रखें
अक्सर प्रेगनेंसी में देखा गया है कि गर्भवती महिला को दूध की महक बर्दाश्त नहीं होती। ऐसे में शुरूआत दूध में कोई फ्लेवर या कोई पाउडर मिलाकर करें, निश्चित ही धीरे धीरे इसकी आदत बन जाएगी। इतना ही नहीं नानी दादी के नुस्खों में दूध के साथ लहसुन पीने का सुझाव भी दिया जाता है। हालांकि ऐसा प्रयोग अपनी स्थिति देखकर और डॉक्टर की सलाह लेकर करना ही बेहतर होगा।
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दूध के अलावा शहद और जीरा भी नॉर्मल डिलीवरी के लिए जरूरी माना जाता है। शहद जब चाहें तब एक सीमित मात्रा में खाएं इसके साथ के लिए खड़े जीरे को भून लें, दोनों को मिक्स करके खाएं स्वाद अच्छा लगेगा। इसके अलावा जीरा रात में सोने से पहले फांक लें, ये आपके पाचन भी ठीक रखेगा। माना जाता है कि इसकी वजह से लेबर पेन भी कम होता है।
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पोषण से भरपूर शकरकंद भी नॉर्मल डिलीवरी में सहायक मानी जाती है। इसमें बीटा कैरेटिन अच्छी मात्रा में होता है, ये तत्व कैरेटिन को विटामिन ए में बदल देता है।
ब्रोकली खाना भी गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी बताया जाता है। महिला दिन में 200 ग्राम तक ब्रोकली का सेवन कर सकती है। इसमें विटामिन ए, सी और कैल्शियम अच्छी मात्रा में होता है। इसे खाने से कॉन्सटिपेशन की तकलीफ कम होती है और लेबर पेन पर भी फर्क पड़ता है।
केला खाने की आदत बनाएं, प्रेगनेंसी में ये काफी फायदेमंद साबित होगा। केले से शरीर में एनर्जी बरकरार रहती है, जिसकी वजह से दूसरी तकलीफें भी कम होती हैं और इससे नॉर्मल डिलीवरी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान दाल, बीन्स, सोयाबीन और फलियां भी जरूर खाते रहें। इन सभी में बहुत अच्छी मात्रा में प्रोटीन, विटामिन, आयरन और कैल्शियम होता है। ये सारा पोषण कमजोरी या अन्य कॉम्प्लिकेशन को कम करने में मदद करता है।
हरी पत्तीदार सब्जियों से बिलकुल परहेज़ न करें। इन भाजियों में पालक को खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद है इसलिए पालक का सेवन करते रहें। पालक से मिलने वाला नेचुरल आयरन प्रेग्नेंसी में फायदा करता है और डिलीवरी के वक्त भी मददगार होता है।
अंडा खाने से भी डिलीवरी के समय की मुश्किलें आसान होती हैं। इसमें कोलिन नाम का तत्व होता है जो दिमाग की मजबूती के लिए जरूरी होता है। इस तत्व की वजह से शिशु का दिमाग भी तेज होता है। अंडे के अलावा मीट भी एनर्जी का जबरदस्त सोर्स है। पर ध्यान रखें पहले से मीट ज्यादा न खाया हो तो इसे सीमित मात्रा में ही खाना शुरू करना चाहिए। दूसरी सब्जियों की तरह इसका सेवन रोज करना भी जरूरी नहीं।
डिलीवरी के दौरान संतरा खाने में कोई दिक्कत न हो तो रोजाना संतरा खाने की आदत डालें। इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है जो प्रेग्नेंसी में बॉडी को हाइड्रेट रखता है।
Disclaimer:- ऊपर दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से प्राप्त की है। प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी चीज़ का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।