आजकल कमर में दर्द होना आम बात है, क्योंकि गलत लाइफस्टाइल जीते हुए लोग व्यायाम करना भूल जाते हैं। ना ही वह योग कर पाते हैं, क्योंकि उनके पास समय की बहुत कमी रहती है। इसके अलावा, वह पैदल भी नहीं चलते। जिस कारण उन्हें बहुत ही कम उम्र में बीमारियां घेरने लगती है। ऐसे में यदि लगातार आपकी कमर में यानी रीड की हड्डी में दर्द बना रहता है, तो इसे नजरअंदाज न करें, बल्कि इससे निपटने के लिए इलाज करवाएं।
हालांकि, चिकित्सकों की मानें तो इसका इलाज पूरी तरह से संभव नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। आमतौर पर कमर दर्द की बीमारी 45 साल से शुरू होती है, लेकिन यह जरूरी नहीं है। आजकल यह बहुत कम उम्र में भी होने लगा है।

बन चुकी है आम समस्या
लगातार कई घंटे तक बैठे रहने के कारण कमर दर्द की समस्या आम बात हो चुकी है। बहुत कम उम्र में ही लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं। इसके लिए वह तरह-तरह के उपाय भी अपनाते हैं। इसके बावजूद, कमर दर्द से राहत नहीं मिल पाती है, जिससे परेशान होकर वह इस बात को इग्नोर कर देते हैं, लेकिन आज हम आपको इसके लक्षणों के बारे में बताएंगे। साथ ही इसके उपाय भी बताएंगे।
लक्षण
इसके लक्षणों में कमर और पीठ का दर्द शामिल है। इसके अलावा, सांस लेने में मुश्किल होने लगती है। तेज रोशनी में काम करने पर आंखों में दर्द महसूस होता है। अधिक लाइट में काम कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। अकड़न और जकड़न बनी ही रहती है। लगातार थकान महसूस होता है। बिना कोई काम किए भी शरीर जल्दी थक जाता है। पेट की समस्याएं हो सकती है। जिनमें भूख न लगना, बेवजह उल्टी होना शामिल है।
उपाय
चिकित्सकों की मानें तो इसका इलाज पूरी तरह से संभव नहीं है, लेकिन ट्रीटमेंट और समय पर ध्यान देने पर इसे कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए आपको रोजाना 7 से 8 घंटे की भरपूर नींद लेनी है। आप फिजियोथैरेपी ले सकते हैं, जिससे रीड की हड्डी को फ्लैक्सिबल बनाया जा सकता है और अकड़न कम हो सकती है। इसके अलावा, कमर दर्द की समस्या से छुटकारा पाने के लिए स्ट्रेस को दूर करना होगा।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)