क्या आपको भी आता है ज्यादा पसीना, हो सकती है ये गंभीर बीमारी

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पसीना आना एक सामान्य बात है, लेकिन हथेली और तलवों में हर किसी को पसीना (Sweating) नहीं आता। अगर किसी को सामान्य तापमान में भी हथेली में पसीना आता है तो ये बिल्कुल नॉर्मल नहीं है। इसे किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत माना जा सकता है। अगर आपको भी हथेली, तलवो या अन्य किसी स्थान पर जरुरत से ज्यदा पसीना आता है तो ये खबर आपके काम की है।

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पसीना हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। गर्मियों में या किसी श्रमसाध्य काम को करते हुए पसीना आना सामान्य है। लेकिन अगर आपको बिना गर्मी या शारीरिक श्रम के बहुत अधिक पसीना आता है तो इसे हाइपरहाइड्रोसिस  (Hyperhidrosis)) कहते हैं। ये एक मेडीकल कंडिशन भी हो सकती है। इस समस्या के दौरान ये भी संभव है कि शरीर के कुछ हिस्से जैसे हथेली या तलवे प्रभावित हो या ये पूरे शरीर में भी असर कर सकती है। आमतौर पर देखा गया है कि बगल में, हाथ, पैर या चेहरे पर अधिक पसीना आता है। इसे इसे फोकल हाइपरहाइड्रोसिस  कहा जाता है। वहीं अगर पूरा शरीर प्रभावित है तो इसे जनरलाइज़्ड हाइपरहाइड्रोसिस कहा जाता है।

सामान्यत हाइपरहाइड्रोसिस के अधिकांश मामलों में जो कारण होते हैं उनमें किसी दवा का रिएक्शन, किसी अन्य बीमारी का संकेत जैसे थायरॉयड ग्रंथि का अधिक सक्रिय होना आदि हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि प्राथमिक हाइपरहाइड्रोसिस बचपन में ही शुरु हो जाता है और धीरे धीरे इसमें स्थिति और बिगड़ती जाती है। वहीं सेकेंडरी हाइपरहाइड्रोसिस किसी भी उम्र में शुरू हो सकता है। इस बीमारी से ग्रस्त लोग जहां पसीने से परेशान रहते हैं वहीं अवसाद और व्यग्रता भी महसूस कर सकते हैं। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो इसे सिर्फ ज्यादा पसीना आने की बात मानकर टालिये मत, अपने डॉक्टर से मिलिये और तुरंत इसका इलाज कराइये।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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