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Fri, Dec 19, 2025

सर्दियों में खाएं जौ के आटे से बनी रोटी, मिलेंगे ये फायदे, आज ही डाइट में करें शामिल

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
सर्दियों में खाएं जौ के आटे से बनी रोटी, मिलेंगे ये फायदे, आज ही डाइट में करें शामिल

Jowar Roti Benefits : सर्दियों के मौसम में बॉडी को गर्माहट की अत्यधिक जरूरत होती है। ऐसे में लोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों को खाना पसंद करते हैं जोकि स्वाद में लाजवाब होने के साथ ही शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है। इसलिए आज हम आपको जौ के आटे से बनी रोटी खाने के फायदे बताते हैं। इसे आप अपनी डेली डाइट में भी शामिल कर सकते हैं। बता दें कि जौ सबसे अच्छा अन्न माना जाता है और इसे बार्ले भी कहते हैं। यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन बी, फाइबर, प्रोटीन, आयरन, जिंक जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको इसके सेहतमंद गुण बताते हैं…

मिलेंगे ये फायदे

  • जौ का सेवन वजन घटाने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इसमें कम कैलोरी होती है और ज्यादा फाइबर होता है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिलती है। बता दें कि फाइबर होने के कारण यह खाने के बाद लंबे समय तक भूख नहीं लगती और पेट भरा-भरा महसूस होता है। इसके अलावा, जौ में प्रोटीन भी होता है, यह भी वजन घटाने में सहायक होता है।
  • जौ में फाइबर की अच्छी मात्रा में होती है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है। इससे खाने के बाद कोई भारीपन नहीं लगता है और डाइजेशन भी अच्छे से होता है। इससे कब्ज की समस्या कम होती है। इसलिए बिना देरी किए आप आज ही इसे अपनी डेली डाइट का हिस्सा बना लें।
  • जौ ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करता है। इसमें पाए जाने वाला फाइबर खाने के बाद शुगर के स्तर को नियंत्रित रखता है। इससे इंसुलिन के स्तर में भी सुधार आता है। जिस कारण टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है।
  • फाइबर हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह चोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है। इसके अलावा, जौ में मौजूद मेगनीशियम, पोटैशियम और अन्य खनिज भी हृदय स्वास्थ्य के लिए उपयोगी माना जाता है। इसलिए जो लोग रोज इसका सेवन करते हैं उन्हें हार्ट अटैक का खतरा कम रहता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)