पेटभर कर खाएं ये चीजें, नहीं बढ़ेगा वजन, Weight Loss में मिलेगी मदद

Pooja Khodani
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हेल्थ, डेस्क रिपोर्ट।Weight Loss Tips. वजन कम करने के लिए हर बार भूखे रहना जरूरी नहीं है। अपनी डाइट में कुछ ऐसी चीजें शामिल करें जिन्हें जीभर कर खाने के बावजूद आपकी वेट लॉस जर्नी पर कोई असर न पड़े, वैसे भी गर्मियां वजन घटाने के लिए सबसे बेस्ट सीजन माना गया है।

इस सीजन में कुछ चीजें आप बेधड़क खा सकते हैं। न इस बात की फिक्र कि वो चीजें आपको कोई नुकसान पहुंचाएंगी। न ये चिंता कि इससे वजन न बढ़ जाए। चलिए जानते हैं कौन सी हैं ऐसी चीजें जो आपको पूरे पोषण और भरपेट खाने के साथ भी वेट लॉस में मदद करेंगी।

दही- गर्मियों में दही खाना बहुत फायदेमंद है और दही में भरपूर न्यूट्रिएंट्स होते हैं। कैल्शिमय, पोटेशियम, विटामिन बी 2 और 12।  दही खाने से पेट भरा हुई भी लगता है और हलकापन भी रहता है। एक और खास बात ये है कि दही को आप कई तरह से कंज्यूम कर सकते हैं, नमक मिलाकर लस्सी की तरह पी सकते हैं या अलग अलग फलों को मिक्स कर फ्रूट रायता बना सकते हैं।

ककड़ी- गर्मियों में बॉडी की नमी बरकरार रखने और फैट बर्न करने का एक अच्छा तरीका है ककड़ी खाना। ककड़ी के पराठें बनाकर खाए जा सकते हैं या रायता भी खाया जा सकता है। दही की तरह ककडी खाने से भी वजन नहीं बढ़ता।

लौकी-डाइट में सब्जी की कमी पूरी करने के लिए लौकी सही विकल्प है।जिसमें विटामिन ए और सी है, साथ ही कई तरह के मिनिरल्स भी इससे मिलते हैं।

बादाम- बादाम एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसे खाने से वजन बढ़ता नहीं बल्कि घटता है। इसमें भरपूर फाइबर्स होते हैं जो ज्यादा भूख नहीं लगने देते। इसके अलावा ये फैट भी एब्जॉर्ब करता है।बादाम को भिगो कर खाना और भी ज्यादा फायदेमंद है।

छाछ- छाछ डाइजेशन को ठीक रखने में मददगार होता है। गर्मियों में खाने से कम से कम आधा घंटा पहले छाछ पिएं। ऐसा करने से मेटाबॉलिक एक्टिविटी सही तरीके से होगी, जिससे वजन भी आसानी से घटेगा।

नींबू पानी- नींबू पानी भी गर्मियों में तरावट देता है, हालांकि बाकी चीजों की तरह बार बार नींबू पानी नहीं पिया जा सकता, लेकिन नींबू को डाइट में शामिल करना फायदेमंद है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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