Mon, Dec 29, 2025

क्या 3 या इससे भी कम दिन पीरियड्स का होना वाकई लकी हैं? जानें इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं

Written by:Bhawna Choubey
Published:
Health: क्या आपके पीरियड्स सिर्फ 3 दिन या उससे भी कम रहते हैं और आप इसे अपनी खुशकिस्मती मानती हैं? हालांकि यह सामान्य लग सकता है, लेकिन बार-बार ऐसा होना कुछ स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा कर सकता है।
क्या 3 या इससे भी कम दिन पीरियड्स का होना वाकई लकी हैं? जानें इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं

Health: पीरियड्स को लेकर हर महिला की अलग-अलग राय होती है, यह एक प्रकार की सामान्य प्रक्रिया है, जिससे कभी ना कभी हर महिला को गुजरना पड़ता ही है। पीरियड्स का असर हर किसी पर अलग-अलग तरीके से पड़ता है। कुछ महिलाओं के पीरियड्स एक-दो दिनों में ही खत्म हो जाते हैं। कुछ के लिए 3 से 7 दिन तक रहते हैं और कुछ को उससे भी ज्यादा समय तक फ्लो महसूस होता है।

कई बार देखा जाता है कि जिन भी महिलाओं को पीरियड्स 3 दिन से कम होते हैं उन्हें यह बात खुशी की लगती है और वह अपने आप को लकी मानते हैं, कि उन्हें बाकी महिलाओं की तरह ज्यादा दिनों तक पीरियड्स को नहीं झेलना पड़ता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह स्थिति सच में खुश होने लायक है? दरअसल बिल्कुल भी नहीं, 3 दिन से भी कम पीरियड्स का रहना यह एक सामान्य स्थिति नहीं हो सकती।

पीरियड्स का कम रहना, सेहत के लिए संकेत

पीरियड्स का कम दिनों तक रहना कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है, जैसे हार्मोनल इंबैलेंस या अन्य मेडिकल कारण। इसलिए अगर आपके पीरियड्स का फ्लो बहुत कम हो और सामान्य से अलग हो या फिर दो से तीन दिन तक ही आपके पीरियड्स रहते हैं, तो आपको इस पर ध्यान देना चाहिए और डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहे।

1. एक्सपर्ट के अनुसार सामान्य पीरियड साइकिल आमतौर पर 5 से 7 दिनों तक चलती है। अगर आपके पीरियड साइकिल तीन-चार दिन की है, तो भी इसे सामान्य माना जा सकता है। लेकिन अगर आपके पीरियड से 2 से 3 दिन से कम रहते हैं, तो यह एक चेतावनी हो सकती है और इसे सामान्य नहीं माना जा सकता।

2. अगर आपके पीरियड 3 दिन से कम रहते हैं, तो आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए। यह स्थिति हार्मोनल इंबैलेंस, तनाव और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकती है।

3. पीरियड में तीन दिन से कम ब्लीडिंग होना सामान्य नहीं है। यह स्थिति आमतौर पर ज्यादा स्ट्रेस, थायराइड समस्या के चलते हो सकती है, ऐसे में इस स्थिति को नजरअंदाज करने की बजाय डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

4. डाइट में जरूरी न्यूट्रिएंट्स की कमी भी पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग के पैटर्न को प्रभावित कर सकती है। विटामिन बी6, मैग्नीशियम और आयरन की कमी पीरियड साइकिल की लेंथ और फ्लो पर असर डाल सकती है।

5. शरीर में प्रोजेस्टेरॉन की कमी के कारण भी पीरियड साइकिल असामान्य हो सकती है। प्रोगैस्टरॉन वह हार्मोन है जो पीरियड साइकिल को संतुलित रखने में मदद करता है। जब इस हार्मोन की कमी होती है तो पीरियड्स कम दिनों में सिमट कर रह सकते हैं और फ्लो भी हल्का हो सकता है।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।