Aasanas For Treating Diabetes : डायबिटीज ऐसी बीमारी है, जिसके कारण कई लोग ग्रसित है। यह शरीर में मेटाबॉलिज्म की कमजोरी की वजह से होती है। बदलते वक़्त के साथ लोगों के खानपान और जीवन शैली में कई बदलाव आए हैं। जिसका असर लोगों के शरीर में दिखने लग जाता है। आमतौर पर डायबिटीज 2 प्रकार की होती है।टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज। आपको बस अपने रूटीन में कुछ योग के आसनों को शामिल करना पड़ेगा। जिससे आप जल्द सेहतमंद हो जाएंगे, चलिए आपको उन योग आसनों के बारे में बताते हैं।
इन योग आसनों से दूर होगी डायबिटीज
भुजंगासन
भुंजगासन करने के लिए सबसे पहले फर्श पर लेट जाएं और अपने चेहरे को जमीन की ओर रख दें।उसके बाद हथेलियों को अपनी पीठ की ओर करते हुए अपने धड़ को उठाने की कोशिश करें। एक बार जब आप इस अवस्था में आ जाएं तो कोशिश करें कि आप इस स्थिति में 30 सेकेंड के लिए रहें। इस आसन को दिन में 2 से 3 बार करें। आपको जल्दी रिजल्ट दिखने लग जाएंगे।
सेतुबंधासन
इस आसन के लिए, अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अपने घुटनों को मोड़ें और अपने पैरों को कूल्हे की दूरी पर फर्श पर अलग रखें। अपने श्रोणि से 10-12 इंच, घुटनों और टखनों को एक सीधी रेखा में रखें।उसके बाद अपनी बाहों को अपने शरीर के बगल में रखें। हथेलियां नीचे की ओर सांस लेते हुए, धीरे-धीरे अपनी पीठ के निचले हिस्से, मध्य पीठ और ऊपरी पीठ को फर्श से ऊपर उठाएं कंधों में धीरे से रोल करें। ठोड़ी को नीचे लाए। बिना छाती को ठोड़ी से स्पर्श करें, अपने कंधों, बाहों और पैरों से अपने वजन का साथ दें। इस पोजिशन में अपने निचले हिस्से को ऊपर की ओर मजबूती से महसूस करें।
यदि आप चाहें, तो उंगलियों को आपस में जोड़ सकते हैं और धड़ को थोड़ा और ऊपर उठाने के लिए हाथों को फर्श पर धकेल सकते हैं, या आप अपनी हथेलियों से अपनी पीठ को सहारा दे सकते हैं। आसानी से सांस लेते रहें। एक या दो मिनट के लिए मुद्रा को बनाए रखें और धीरे से इस योग मुद्रा को छोड़ते हुए सांस छोड़ें।
हलासन
हलासन करने के लिए अपनी पीठ के बल लेटे, हथेलियां नीचे की ओर रखें। जैसे ही आप श्वास लेते हैं।वैसे ही अपने पैरों को फर्श से ऊपर उठाने के लिए अपने पेट की मांसपेशियों का उपयोग करें। अपने पैरों को 90 डिग्री के कोण पर उठाएं। सांस लेते रहें और अपने कूल्हों और पीठ को अपने हाथों से सहारा देते हुए उन्हें जमीन से ऊपर उठाएं।
अपने पैरों को अपने सिर के ऊपर 180 डिग्री के कोण में तब तक स्वीप करने दें। जब तक कि आपके पैर की उंगलियां फर्श को न छू लें। आपकी पीठ फर्श से टिकी होनी चाहिए। यह शुरू में मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ सेकंड के लिए कोशिश करें। इस पोजिशन में आराम करने के लगभग एक मिनट के बाद, आप सांस छोड़ते हुए अपने पैरों को धीरे से नीचे ला सकते हैं।
महत्वपूर्ण नोट
यह जानकारी सामान्य जानकारी पर आधारित है। इन आसनों को करने से पहले अपने डॉक्टर से कंसल्ट जरूर कर लें और साथ ही अगर आपने कोई बॉडी पार्ट की सर्जरी करवाई है तो इन आसनों को करने से बचें।