अक्सर से कई लोगों को रात के समय कुछ ऐसे लक्षण महसूस होते हैं, जिन्हें वे अकसर मामूली समझकर टाल देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये ही लक्षण दिल, किडनी और लिवर से जुड़ी बीमारियों के शुरुआती संकेत भी हो सकते हैं? जैसे लेटते ही सांस फूलना, पैरों में सूजन आना, या रात में बार-बार पेशाब जाना। दरअसल ये लक्षण शरीर में अंदर ही अंदर कुछ गड़बड़ी का इशारा कर सकते हैं। अगर समय रहते इन संकेतों को समझकर जांच नहीं करवाई गई, तो यह गंभीर बीमारियों का रूप ले सकते हैं।
क्या आपको भी लेटते समय फूलती है सांस?
अगर आपको भी रात में लेटते ही सांस लेने में दिक्कत होती है या नींद के बीच-बीच में सांस उखड़ जाती है, तो यह “ऑर्थोप्निया” हो सकता है, जो दिल की कमजोरी से जुड़ा है। जब दिल पर्याप्त मात्रा में खून पंप नहीं कर पाता, तो फेफड़ों में पानी भरने लगता है और सांस फूलने लगती है। यह दिल की बीमारी का एक गंभीर संकेत हो सकता है। ऐसे मरीजों को अक्सर नींद में हांफते हुए उठते देखा गया है। साथ ही, छाती में जकड़न या भारीपन जैसी फीलिंग भी दिख सकती है। अगर ये लक्षण नियमित रूप से दिखें तो ECG या 2D Echo जैसी जांच तुरंत करानी चाहिए।

किडनी की बीमारी से जुड़ा है ये लक्षण
वहीं अगर आप रात में दो या तीन बार पेशाब के लिए उठ रहे हैं, तो इसे केवल पानी ज्यादा पीने का असर न समझें। हेल्दी किडनी रात में यूरिन कम बनाती है, ताकि नींद डिस्टर्ब न हो। लेकिन अगर बार-बार उठना पड़ रहा है, तो यह किडनी फंक्शन में गिरावट का संकेत हो सकता है। साथ ही, लीवर और किडनी दोनों ही जब शरीर से अतिरिक्त फ्लूइड को बाहर नहीं निकाल पाते, तो पैरों में सूजन, भारीपन या हल्का दर्द भी महसूस हो सकता है। खासकर अगर दिन में ये लक्षण नहीं होते लेकिन रात को आते हैं, तो इन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
क्या आपको भी लगती है कमजोरी?
अगर आप दिनभर थकान महसूस करते हैं, बिना अधिक मेहनत के ही कमजोरी लगती है, या आपकी नींद बार-बार टूटती है, तो यह हार्मोनल असंतुलन या लिवर से जुड़ी समस्या का नतीजा हो सकता है। लिवर शरीर को डिटॉक्स करता है, और जब वह कमजोर होता है तो यह नींद और ऊर्जा के स्तर को भी प्रभावित करता है। इसके अलावा थायरॉइड और इंसुलिन जैसे हार्मोन भी नींद को प्रभावित करते हैं। लगातार नींद की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है और गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
अगर ये लक्षण लगातार दिखें तो क्या करें?
रात में बहुत ज्यादा पानी पीने से बचें, लेकिन खुद को डिहाइड्रेट भी न होने दें।
सोने से पहले बहुत नमकीन या हैवी खाना न खाएं।
रोज कम से कम 30 मिनट की हल्की एक्सरसाइज या वॉक जरूर करें।
6 महीने में एक बार ब्लड प्रेशर, शुगर, लिवर और किडनी फंक्शन की जांच कराएं।
डॉक्टर की सलाह के बिना किसी दवा या घरेलू नुस्खे पर भरोसा न करें।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News न्यूज़ नहीं करता।