हिमाचल प्रदेश में बिजली आपूर्ति को सुचारु बनाने के लिए सरकार अब “बिजली मित्र” नियुक्त करने जा रही है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को विधानसभा में इस संबंध में घोषणा की। उन्होंने कहा कि चयन आयोग के माध्यम से कर्मचारियों की नियुक्ति करने में काफी समय लगता है, ऐसे में तत्काल समाधान के लिए यह व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह बयान उस समय दिया, जब नयना देवी के भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने अपने क्षेत्र में बिजली सप्लाई बाधित होने और इससे जुड़ी समस्याओं का मुद्दा उठाया।
सरकार भर्ती करेगी बिजली मित्र
विधानसभा में रणधीर शर्मा ने कहा कि उनके क्षेत्र में बिजली की कमी से लोग परेशान हैं। उपकरण सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे, मोटरें नहीं चल रहीं और पेयजल की समस्या भी गंभीर हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली बोर्ड में फील्ड स्टाफ की भारी कमी है। न तो आउटसोर्स कर्मचारियों की नियुक्ति हुई है और न ही नियमित पदों पर नए कर्मचारी लगाए गए हैं।
रणधीर शर्मा ने सुझाव दिया कि जब तक नियमित नियुक्तियां नहीं हो जातीं, तब तक बिजली मित्रों जैसी व्यवस्था करके समस्या को दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में बिजली सप्लाई बाधित होने से आम जनता को रोजमर्रा की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विधायक का मानना था कि स्थानीय स्तर पर तैनात किए गए बिजली मित्र तुरंत कार्रवाई कर सकते हैं और लोगों की दिक्कतें काफी हद तक कम होंगी।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस सुझाव को सराहा और भरोसा दिलाया कि सरकार जल्द ही बिजली मित्रों की नियुक्ति करेगी। उन्होंने कहा कि जब तक राज्य लोक सेवा आयोग से कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं हो जाती, तब तक तात्कालिक जरूरत पूरी करने के लिए यह व्यवस्था लागू रहेगी। सरकार का मानना है कि इस कदम से ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति में सुधार होगा और जनता को राहत मिलेगी।





