हिमाचल प्रदेश सरकार के उद्योग विभाग की आधिकारिक वेबसाइट को अज्ञात हैकर्स ने हैक कर लिया है। हैकर्स ने वेबसाइट पर मुख्यमंत्री राहत कोष के नाम से एक फर्जी वेब पेज बना दिया, जिसमें उन्होंने अपने निजी बैंक खाते की जानकारी और क्यूआर कोड डाला। आपदा के समय प्रदेश में लोग सीएम राहत कोष में दान कर रहे हैं, ऐसे में यह साइबर ठगी बड़ा खतरा बनकर सामने आई है।
उद्योग विभाग को इस साइबर हमले की जानकारी 26 जुलाई को मिली, जिसके बाद उन्होंने अपनी वेबसाइट 28 जुलाई तक बंद कर दी। जांच के बाद साइट को 29 जुलाई को फिर से खोला गया, लेकिन मामले की गंभीरता के बावजूद पुलिस को शिकायत 9 अगस्त को दी गई। इस दौरान कई लोग फर्जी अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर चुके होंगे, इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।
साइट पर ट्रांजेक्शन हुआ सफल
उद्योग विभाग के मैहली स्थित डाटा सेंटर में कार्यरत कर्मचारी अंकुश भारद्वाज ने सबसे पहले साइट पर फर्जी पेज की जानकारी दी। पुष्टि के लिए एक अन्य कर्मचारी सुष्मिता शर्मा ने फर्जी अकाउंट में 1 रुपये का ट्रांजेक्शन किया, जो सफल रहा। इससे स्पष्ट हो गया कि साइट से हैकर का बैंक अकाउंट जुड़ा हुआ था और पैसे उसमें जा रहे थे।
पुलिस जांच शुरू, राशि का कोई हिसाब नहीं
उद्योग विभाग के उपनिदेशक तिलक राज ने छोटा शिमला थाने में इसकी शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने बताया कि इस फर्जी राहत कोष खाते में कितनी राशि ट्रांसफर हुई है, इसकी फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और आगामी जांच शुरू कर दी गई है।





