हिमाचल प्रदेश में धान बेचने का इंतजार कर रहे किसानों के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश सरकार ने तीन अक्टूबर से धान की खरीद शुरू करने का ऐलान किया है। इसके लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने ऑनलाइन पोर्टल खोल दिया है, जिस पर किसान अपनी फसल बेचने के लिए पंजीकरण कर सकते हैं। खबर लिखे जाने तक पहले दिन पांच किसानों ने पोर्टल पर आवेदन भी कर दिया था। इस बार विभाग ने 31,100 मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य तय किया है। धान की कीमत 2,389 रुपये प्रति क्विंटल रखी गई है, जो पिछले साल के मुकाबले 69 रुपये अधिक है।
धान खरीद के लिए प्रदेशभर में 11 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें जिला कांगड़ा की अनाज मंडी फतेहपुर में 5,000 मीट्रिक टन, रियाली में 2,000 मीट्रिक टन और मिलवां में 3,000 मीट्रिक टन धान खरीदा जाएगा। इसी तरह नगरोटा-बगवां में 100 मीट्रिक टन का लक्ष्य तय किया गया है। जिला सिरमौर में धुलाकुआं केंद्र पर 3,000 मीट्रिक टन और एपीएमसी पौंटा साहिब में 5,000 मीट्रिक टन धान खरीदा जाएगा।
धान की खरीद के लिए 11 केंद्र बनाए गए
इसके अलावा, सोलन जिले के मार्केट यार्ड नालागढ़ में 4,000 मीट्रिक टन और बद्दी इंडस्ट्री शेड में भी 4,000 मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, ऊना के टाहलीवाल में 2,500 मीट्रिक टन, शिमला जिले के एपीएमसी रामपुर में 1,000 मीट्रिक टन और सिरमौर के मार्केट यार्ड टकराला में 1,500 मीट्रिक टन धान खरीदा जाएगा। सभी केंद्रों पर किसानों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, ताकि धान की तुलाई और भुगतान समय पर सुनिश्चित हो सके।
संयुक्त निदेशक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग मिलाप शांडिल ने बताया कि किसानों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विभाग का प्रयास है कि धान खरीद प्रक्रिया पारदर्शी और सुचारु रूप से पूरी हो। उन्होंने कहा कि इस बार सरकार ने धान की खरीद का मूल्य बढ़ाकर किसानों को राहत देने की कोशिश की है। किसान पोर्टल पर समय पर पंजीकरण करवाकर अपनी उपज आसानी से बेच सकते हैं।





