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Thu, Dec 18, 2025

हिमाचल विधानसभा में हंगामा, हिमकेयर योजना पर सरकार-विपक्ष आमने-सामने

Written by:Neha Sharma
Published:
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को हिमकेयर योजना पर जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने मरीजों को योजना का लाभ न मिलने का आरोप लगाया और स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल के जवाब से असंतुष्ट होकर नारेबाजी की।
हिमाचल विधानसभा में हंगामा, हिमकेयर योजना पर सरकार-विपक्ष आमने-सामने

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को हिमकेयर योजना पर जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने मरीजों को योजना का लाभ न मिलने का आरोप लगाया और स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल के जवाब से असंतुष्ट होकर नारेबाजी की। बाद में भाजपा विधायक सदन से बाहर चले गए। नाचन के विधायक विनोद कुमार ने प्रश्न उठाया कि एम्स और अन्य मेडिकल कॉलेजों में हिमकेयर योजना लागू होने के बावजूद मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है। वहीं भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने 365 करोड़ रुपये की लंबित राशि और डायलिसिस सुविधा से जुड़े प्रश्न उठाए।

हिमाचल विधानसभा में हंगामा

स्वास्थ्य मंत्री शांडिल ने विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों को जारी धनराशि का ब्योरा पेश किया, लेकिन विपक्ष ने इसे संतोषजनक नहीं माना। जैसे ही मंत्री घिरते दिखे, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हस्तक्षेप किया और कहा कि योजना बंद नहीं की गई है बल्कि उसमें सुधार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 550 करोड़ रुपये की लंबित राशि का भुगतान कर दिया गया है। सीएम ने कहा कि पूर्व सरकार ने निजी क्लीनिकों को फायदा पहुंचाया और हिमकेयर के नाम पर भारी घोटाले किए। यही कारण है कि विपक्ष इस पर जवाब सुनना नहीं चाहता और सदन से बाहर चला गया।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने आरोप लगाया कि पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने नेरचौक में एमआरआई मशीन सरकारी अस्पताल में लगाने की बजाय निजी क्लीनिक में लगाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में अगले वर्ष हाई-एंड मेडिकल टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए 75 करोड़ रुपये ऑटोमेटिक लैब स्थापित करने पर खर्च होंगे। उन्होंने दावा किया कि रोबोटिक सर्जरी अब हिमाचल में शुरू हो चुकी है और गरीब मरीजों का इलाज बाधित नहीं होगा। सीएम ने साफ किया कि योजना का बजट हाल ही में जारी हुआ है और किसी भी मरीज का इलाज रोका नहीं जाएगा।

सदन में एक और मामला उठा जब भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि विधानसभा परिसर में कांग्रेस नेता ने प्रेस वार्ता की है, जबकि वे विधायक नहीं हैं। उन्होंने पिछली बार भी एक पूर्व विधायक द्वारा प्रेस वार्ता करने का मामला उठाया और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि परिसर में केवल विधायकों को ही प्रेस वार्ता की अनुमति है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषियों पर कार्रवाई होगी और व्यवस्था के प्रश्न के तहत सख्त कदम उठाए जाएंगे।