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Thu, Dec 18, 2025

नांगल चौधरी में अवैध प्राइवेट हॉस्पिटल पर छापा, बिना लाइसेंस और डिग्री के चल रहा था इलाज

Written by:Neha Sharma
Published:
हरियाणा के नारनौल जिले के नांगल चौधरी में एक प्राइवेट हॉस्पिटल पर मुख्यमंत्री उड़न दस्ता और सीआईडी विभाग नारनौल ने संयुक्त छापेमारी कर बड़ा खुलासा किया।
नांगल चौधरी में अवैध प्राइवेट हॉस्पिटल पर छापा, बिना लाइसेंस और डिग्री के चल रहा था इलाज

हरियाणा के नारनौल जिले के नांगल चौधरी में एक प्राइवेट हॉस्पिटल पर मुख्यमंत्री उड़न दस्ता और सीआईडी विभाग नारनौल ने संयुक्त छापेमारी कर बड़ा खुलासा किया। इस कार्रवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौजूद रही। जांच के दौरान पाया गया कि अस्पताल के पास न तो आवश्यक संचालन परमिशन थी और न ही डॉक्टर की मान्य डिग्री। इसके बावजूद यहां मरीजों का इलाज किया जा रहा था।

अवैध प्राइवेट हॉस्पिटल पर छापा

मुख्यमंत्री उड़न दस्ता रेवाड़ी, स्वास्थ्य विभाग नारनौल और आयुर्वेदिक विभाग की संयुक्त टीम ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अगुवाई में यह छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान हॉस्पिटल संचालक से लाइसेंस, डिप्लोमा और डिग्री दिखाने को कहा गया, लेकिन वह कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। अस्पताल में करीब 15 बेड लगे थे, जिन पर 6 मरीज भर्ती होकर इलाज करा रहे थे। मौके से स्टेथोस्कोप, मशीनें और अन्य चिकित्सा उपकरण बरामद हुए, जिन्हें पुलिस ने कब्जे में ले लिया।

टीम ने अस्पताल में इलाज में उपयोग की जा रही दवाइयों और उपकरणों को सील कर दिया। इन्हें आगे की कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को भेजा गया है। मेडिकल ऑफिसर डॉ. योगेश यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री उड़न दस्ता को गुप्त सूचना मिली थी कि यह अस्पताल अवैध रूप से चलाया जा रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद ही यह संयुक्त कार्रवाई की गई।

इस टीम में ड्यूटी मजिस्ट्रेट और जिला बाल कल्याण अधिकारी राजेंद्र कुमार, डॉक्टर योगेश कुमार (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिरोही बहाली), डॉक्टर ललित मोहन (राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नायन) और प्रशांत कुमार (ड्रग इंस्पेक्टर) शामिल रहे। वहीं, मुख्यमंत्री उड़न दस्ता की ओर से निरीक्षक सत्येंद्र कुमार, उप-निरीक्षक सुरेंद्र कुमार और उनकी टीम ने भी जांच में हिस्सा लिया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ऐसे अवैध अस्पतालों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।