UPSC Recruitment: यूपीएससी ने असिस्टेंट प्रोफेसर सहित कई पदों पर निकाली भर्ती, जल्दी करें अप्लाई

Shashank Baranwal
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UPSC: सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए महत्तवपूर्ण जानकारी है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की तरफ से असिसटेंट प्रोफेसर सहित कई पदों पर भर्ती निकाली गई है। इन पदों पर आवेदन की प्रक्रिया 14 अक्टूबर 2023 से शुरु हो चुकी है। इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार आयोग की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इन पदों पर ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 2 नवंबर 2023 तक चलेगी। यूपीएससी द्वारा शुरु इस भर्ती प्रक्रिया की अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी जारी अधिसूचना को अच्छी तरह से पढ़ें।

पदों का विवरण

यूपीएससी ने कुल 25 अलग-अलग पदों के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरु की है। जिनमें असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 12 पद, सहायक निदेशक के 2 पद, असिस्टेंट आर्किटेक्ट का 1 पद, ड्रिलर इन चार्ज के 6 पद, इंजीनियर और जहाज सर्वेक्षक-सह उप महानिदेशक के 3 पद और शिप सर्वेक्षक-सह उप महानिदेशक के लिए 1 पद हैं।

आवेदन शुल्क

यूपीएससी द्वारा जारी भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन करने वाले महिला, एससी, एसटी और दिव्यांग अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क में छूट दी गई है। जबकि इसके अतिरिक्त अन्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए 25 रुपये आवेदन शुल्क निर्धारित की गई है। आवेदन शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, यूपीआई, रुपे कार्ड, मास्टर कार्ड और नेट बैंकिंग की सुविधा के माध्यम से ऑनलाइन कर सकते हैं। वहीं एसबीआई की किसी भी शाखा से नकद रुप में भी आवेदन शुल्क का भुगतान कर सकते हैं।

वेतनमान

यूपीएससी द्वारा जारी इस भर्ती प्रक्रिया में चयनित हुए अभ्यर्थियों को वेतनमान स्तर 8, वेतनमा स्तर 11 और वेतनमान स्तर 12 के आधार पर वेतन मिल सकता है।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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