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Sat, Dec 6, 2025

खाद घोटाले ने MP सरकार के दावों की खोली पोल, 3 हजार बोरी यूरिया गायब, 2 गिरफ्तार

Written by:Sanjucta Pandit
मध्य प्रदेश के खंडवा में 3000 बोरी यूरिया खाद की कालाबाजारी का बड़ा घोटाला सामने आया है। सहकारी बैंक कर्मचारी जीवन वर्मा और ट्रांसपोर्ट कंपनी सुपरवाइजर राजेश मंडलोई को गिरफ्तार किया गया।
खाद घोटाले ने MP सरकार के दावों की खोली पोल, 3 हजार बोरी यूरिया गायब, 2 गिरफ्तार

मध्य प्रदेश में किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराने के सरकारी दावों के बीच खंडवा से बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां लगभग 3000 बोरी यूरिया खाद की कालाबाजारी पकड़ी गई है। पुलिस ने जांच के बाद जिला सहकारी बैंक के कर्मचारी जीवन वर्मा और ट्रांसपोर्ट कंपनी के सुपरवाइजर राजेश मंडलोई को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दोनों ने मिलकर किसानों के हिस्से का खाद खुले बाजार में बेच दिया।

एक ओर जहां सरकार समय पर खाद उपलब्ध कराने का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर सिस्टम के भीतर बैठे लोग ही किसानों की जरूरत का सामान बाजार में बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं।

ढाई महीने से चल रहा था खेल

मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला करीब ढाई महीने पुराना है। 30 जून को खंडवा रेलवे माल गोदाम से 5 ट्रक यूरिया खाद सोसाइटियों तक पहुंचाने के लिए रवाना हुए थे। हर ट्रक में सैकड़ों बोरी यूरिया भरी थी, लेकिन ये ट्रक कभी अपने गंतव्य तक पहुंचे ही नहीं। सोसाइटियों में खाद नहीं पहुंचने से किसान परेशान होने लगे। जिसके बाद संबंधित अधिकारियों के पास इसकी शिकायतें की गई। जब इसकी संख्या बढ़ीं, तब जांच-पड़ताल शुरू किया गया, तब जाकर पूरा घोटाला सामने आया। बता दें कि जांच से बचने के लिए आरोपियों ने करीब डेढ़ महीने बाद बाजार से दूसरी कंपनी का खाद खरीदकर अलग-अलग सोसाइटियों में पहुंचाया, लेकिन तब तक फसल पर नुकसान हो चुका था और मामला तूल पकड़ चुका था।

फर्जी कागज

पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपियों ने इस गड़बड़ी को छिपाने के लिए ग्रामीण सोसाइटियों की फर्जी सील और नकली रसीदें बना दी थीं। कागजों में यह दिखाया गया कि खाद पहुंच गई है, जबकि असलियत यह थी कि खाद बीच रास्ते से ही हड़प ली गई थी। खाद नहीं मिलने से किसानों की फसल पर असर पड़ने लगा। किसान संगठनों ने जोरदार विरोध किया। यहां तक कि पंधाना की भाजपा विधायक छाया मोरे ने भी मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। किसान संगठनों ने साफ कहा कि यह सिर्फ दो लोगों का खेल नहीं है, बल्कि इसके पीछे बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है।

किसानों के हक का खाद लूटा गया, इसकी पूरी तरह से जांच होनी चाहिए। यह केवल एक जिले या शहर का मामला नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेशभर के किसानों के साथ ऐसा हो रहा होगा। सरकार के बड़े-बड़े दावों के बाद भी हमें इस तरह के घोटालों का शिकार होना पड़ रहा है, जो कि भविष्य के लिए चिंता का विषय है। इसके लिए हमारा विरोध भी जारी रहेगा। साथ ही सरकार से मांग है कि दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाए और आगे इस तरह की घटना ना दोहराई जाए, इसका भी ख्याल रखा जाए- नरेंद्र पटेल, संयुक्त कृषक संगठन, खंडवा

कलेक्टर के आदेश पर कार्रवाई

वहीं, मामला कलेक्टर तक पहुंचने के बाद उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया, जिसके बाद जांच समिति बनाई गई और पूरा मामला खंगाला गया। ऐसे में पूरी सच्चाई सामने आ गई। रिपोर्ट के आधार पर जिला विपणन अधिकारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने कहा कि इस गड़बड़ी में सिर्फ दो लोग नहीं और भी शामिल हो सकते हैं। पूरे नेटवर्क की जांच चल रही है और दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा।

खंडवा, सुशील विधाणी