Weird Schools of world Details: जब भी स्कूलों की बात आती है तो दिमाग में वही आता है बेंचेस से भरी हुई क्लास, प्लेग्राउंड, स्विमिंग पुल, एक्टिविटी क्लासेज और वहां नजर आ रहे बच्चे। दुनिया अनगिनत स्कूल मौजूद है जहां कई सारी फैसिलिटीज बच्चों को दी जाती है। आज हम आपको कुछ बहुत ही अजीब स्कूलों की जानकरी देते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी लेही किन कोई मंदिर जंगल में है तो किसी को रेलवे सेशन के प्लेटफॉर्म पर चलाया जा रहा है। आप भले कितने ही बड़े स्कूल में क्यों ना पढ़ रहे हों लेकिन इन स्कूलों की जानकारी आपको निश्चित ही हैरान कर देगी। वर्ल्ड के अलग अलग कोने में ये स्कूल चलाए जा रहे हैं, जिनमें से एक भारत में भी है।
ये है दुनिया के Weird Schools of world
Trabajo Ya School
स्पेन में मौजूद ये स्कूल सिर्फ एडल्ट एजुकेशन पर आधारित है और बहुत ही मशहूर है। जिन लड़कियों को प्रोस्टीटूशन की फील्ड में अपना करियर बनाना है वो यहां दाखिला ले सकती हैं।
स्पेन में प्रोस्टीटूशन लीगल है ऐसे में कई लड़कियां अपनी मर्जी से इसमें करियर बनाती हैं। इस स्कूल में उन्हें इस फील्ड से जुडी सारी जानकारी दी जाती है।
Forest Kindergarten School
यूनाइटेड किंगडम के शेफफील्ड में मौजूद ये स्कूल बहुत ही अनोखा है। शहर और गांव से दूर इसे जंगल में संचालित किया जाता है। किताबी ज्ञान के आलावा क्रिएटिविटी पर फोकस करने के उद्देश्य से इस स्कूल को चलाया जा रहा है।
बच्चों का ध्यान रखने के लिए यहाँ हर समय एक टीम रहती है। पढ़ाई के आलावा खेलकूद के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया जाता है।
Boat School Bangladesh
बांग्लादेश में हर साल बाढ़ से हुई तबाही का मंजर देखा जाता है। इससे बच्चों की शिक्षा बहुत प्रभावित होती है। जिसे देखते हुए बोट पर बच्चों को शिक्षा देने की शुरुआत की गई है।
बच्चों के लिए नाव पर स्कूल तैयार किये गए हैं। सुबह ये नाव उन्हें पिक करती है और पढाई ख़त्म होने के बाद वापस छोड़ देती है। हेल्थ सर्विस की सुविधा भी वहां बोट से ही दी जाती है।
Train Platform School
इन अजीबोगरीब स्कूलों की सूचि में भारत का नाम भी शामिल है। भारतीय रेलवे स्टेशन पर भीख मांगते हुए कई बच्चे दिख जाते हैं उन्ही के लिए ये स्कूल रेलवे स्टेशन पर खोला गया है।
ओडिशा के एक शिक्षक ने रुचिका स्कूल सोशल सर्विस के नाम से एक एनजीओ की शुरुआत की है। ये प्लेटफॉर्म पर गरीब बच्चों को कहानियों, कविताओं, ड्रामा, संगीत के माध्यम से शिक्षित करने का काम करती है। पढाई के साथ बच्चों और उनके परिजनों को खाना और दवाई भी उपलब्ध कराई जाती है।
Oersted Gymnasium High School
डेनमार्क में मौजूद इस स्कूल को साल 2005 में शुरू किया गया था। यहां बच्चे कॉपी किताब लेकर पढ़ने नहीं जाते हैं बल्कि एडमिशन होने के तुरंत बाद उन्हें एक पर्सनल लैपटॉप दिया जाता है और उसी से बच्चों की पढ़ाई पूरी होती है।
12000 स्क्वायर मीटर में बनाइए स्कूल पूरी तरह से ओपन है और यहां पर कोई भी चारदीवारी नहीं बनी हुई है। 2007 में इस स्कूल को दुनिया के बेस्ट स्कूलों की सूची में जगह दी गई थी।
Philadelphia School Of Future
साल 2006 में शुरू हुआ यह स्कूल भविष्य के स्कूलों की एक झलक है। यहां पढ़ने के लिए कॉपी किताब की जरूरत नहीं होती है बल्कि माइक्रोसॉफ्ट एप्स की मदद से यहां पर बच्चों को साइंस और मैथ्स जैसे विषयों की पढ़ाई कराई जाती है।
इस स्कूल का समय सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक है ताकि बच्चों को शुरुआत से ही ऑफिस टाइमिंग की आदत पड़ जाए और बाद में उन्हें इससे परेशानी ना हो।