Vastu Tips : इन दिनों हर तरफ बारिश ने तबाही मचा कर रखी है। जहां देखो वहां तालाब, नदी, नाले भारी बारिश के कारण उफान पर है। लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ऐसे मौसम में तरह-तरह के कीड़े मकोड़े भी निकालते हैं, जिन्हें आपने जीवन में कभी ना देखा या कुछ विशेष के कीड़े सिर्फ बारिश के मौसम में ही देखने को मिलते हैं। इनमें से एक कनखजूरा भी ऐसी ही प्रजाति है जो ज्यादातर बारिश के समय में घरों में देखने को मिलती है।
बारिश में दिखते हैं ज्यादा
सबसे पहले हम आपको यह बता दें कि कनखजूरे बहुत से प्रजातियों के होते हैं। यह काफी जहरीले भी होते हैं। बारिश के समय में यह जमीन से इसलिए बाहर निकलते हैं क्योंकि पानी की मात्रा जमीन में काफी ज्यादा होती है, उससे बचने के लिए वहां से निकलकर इधर-उधर भागने लगते हैं। ऐसे में यदि किसी को भी काट ले, तो इसका जहर भी तेजी से फैलता है। इसके अलावा, इंसान को जलन की समस्या हो सकती है। अन्य प्रकार की एलर्जी हो सकती है, जिसके लिए आपको दवाइयां का सहारा भी लेना पड़ सकता है।
जानें शुभ या अशुभ?
- ज्योतिष शास्त्रों में भी कनखजूरे का दिखाना शुभ और अशुभ संकेत भी माना गया है। यदि यह आपके घर के बाहर रहता हुआ नजर आता है, तो यह बेहद शुभ संकेत होता है। इसका अर्थ है कि बहुत ही जल्द आपको आर्थिक समस्याओं सहित स्वास्थ्य की समस्याओं से भी निजात मिल सकता है।
- अगर कनखजूरा आपको आपके घर के किसी कमरे में नजर आता है, तो इसका अर्थ है कि बहुत ही जल्द आपके घर पर देवी देवताओं का आगमन होने वाला है, जिससे नकारात्मक वाइब्स दूर हो जाएंगे और जीवन में चल रही गंभीर समस्याएं भी आपका पीछा छोड़ देंगे। नन्हे मेहमान के भी आगमन का इसे संकेत माना जाता है।
- यदि कनखजूरे आपके गार्डन में दिखाई दे रहे हैं, तो इसका अर्थ है कि नौकरी तलाशने वाले युवाओं को जल्द ही अच्छी जॉब मिलेगी। इसके अलावा, विदेश यात्रा की भी संभावना है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर कनखजूरा आपके किचन या फिर बाथरूम में रेंगता हुआ नजर आए, तो इसका अर्थ है कि आपके जीवन में बहुत ही जल्द विकट परिस्थितियों आने वाली है। जिससे निकलना आपके लिए बेहद मुश्किल होगा। इसलिए आपको पहले से ही सावधान रहने की जरूरत है।
- वहीं, यदि आप मंदिर में कनखजूरे को रेंगते हुए देखते हैं, तो इसे सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसका अर्थ है कि भगवान की विशेष कृपा आप पर बनी हुई है।
- ज्योतिष शास्त्रों में इस बात का जिक्र किया गया है कि कनखजूरा राहु का ही एक स्वरूप है। राहु और केतु को ज्योतिष शास्त्र में मायावी ग्रह का दर्जा दिया गया है। उनकी छाया से इंसान के जीवन में बहुत से बदलाव देखने को मिलते हैं। यह लोगों के जीवन में उथल-पुथल मचाने की ताकत रखते हैं। इसलिए कनखजूरे से मिलने वाले संकेत को बिलकुल भी नजरंदाज नहीं करना चाहिए।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)