भारत के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 797 जिले हैं, लेकिन अगर बात सबसे गरीब जिले की हो तो एक नाम सबसे पहले सामने आता है। उस जिले का नाम अलीराजपुर है. यह जिला मध्य प्रदेश में स्थित है और नीति आयोग की 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक इसे भारत का सबसे गरीब जिला माना गया है। यहां की 71% आबादी गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करती है।
शहर नहीं, एक गांव है पूरा जिला
अलीराजपुर की खास बात यह है कि यह कोई विकसित इलाका नहीं है, बल्कि यहां कोई बड़ा शहर तक नहीं है. पूरा जिला एक छोटे से गांव जैसा लगता है। कुल आबादी लगभग 7 लाख 28 हजार है लोगों का जीवन खेती और मजदूरी पर निर्भर है, लेकिन संसाधनों की भारी कमी के कारण आमदनी बेहद कम है।
शिक्षा में सबसे पीछे
इस जिले की एक और बड़ी समस्या है शिक्षा की कमी। साक्षरता दर मात्र 36% है, जो भारत के किसी भी जिले में सबसे कम है। स्कूलों की कमी, पढ़ाई के संसाधनों का अभाव और जागरूकता की कमी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार मानी जाती है।
तकनीक और विकास से दूर
अलीराजपुर एक आदिवासी बहुल जिला है, जहां आज भी लोग आधुनिक खेती या रोजगार के नए साधनों से दूर हैं। यहां बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नियमित रूप से उपलब्ध नहीं हैं। आधुनिक तकनीक, खेती के उपकरण और सरकारी योजनाओं की जानकारी की भी भारी कमी है।
क्या कोई उम्मीद है?
सरकार की ओर से अलीराजपुर के विकास के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं, लेकिन असली सुधार ज़मीनी स्तर पर अभी भी बहुत दूर है। लोगों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और रोजगार की जरूरत है ताकि वे गरीबी के इस चक्र से बाहर आ सकें। जब तक ये मूलभूत जरूरतें पूरी नहीं होतीं, तब तक अलीराजपुर देश का सबसे गरीब जिला बना रहेगा।





