Traditional Dishes : मेघालय पूर्वोत्तर भारत में बस एक बहुत ही सुंदर राज्य है। धरती पर सबसे अधिक वर्षा यहां के मौसिनराम में होती है। मेघालय की भूमि हरे भरे जंगलों, झीलों, झरनों, ट्रैकिंग ट्रेल्स से भरी हुई है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता का दीदार करने के लिए अक्सर पर्यटक यहां पर पहुंचते हैं।
आपको बता दें कि मेघालय केवल प्रकृति प्रेमियों के लिए नहीं है बल्कि खाने पीने के शौकीनों के लिए भी बेस्ट है। यहां पर कई अलग-अलग जनजातियां रहती हैं जो शाकाहारी से लेकर मांसाहारी भोजन का सेवन करती हैं। अगर आप यहां जाते हैं तो आपको कुछ स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद जरूर लेना चाहिए। चलिए आपको इनके बारे में बताते हैं।
जादोह वेज
यह बहुत ही सुगंधित और स्वादिष्ट डिश है। जिसे चावल, हल्दी, तेज पत्ता और कई तरह के मसाले से तैयार किया जाता है। इसमें मटर, बीन्स, गाजर जैसी सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है। यह स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन स्वास्थ्य के लिहाज से भी काफी अच्छा है।
दोखलीह
वैसे तो यह पारंपरिक रूप से मांसाहारी सलाद है। लेकिन इसका एक शाकाहारी संस्करण भी है जो बहुत स्वादिष्ट लगता है। इसे उबली हुई सब्जी, प्याज और ताजी जड़ी बूटी मिलकर बनाया जाता है। स्थानीय मसाले और नींबू का रस इस स्वादिष्ट बनाने का काम करता है। बुनियादी सामग्रियों से बनाई गई यह सलाद खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगती है।
मिनिल सोंगा
यह एक पारंपरिक चिपचिपा चावल का व्यंजन है। इसे बांस की नालियों के अंदर भाप में पकाया जाता है। यह गारो जनजाति का प्रमुख व्यंजन है जिसे त्योहारों के अवसर पर विशेष रूप से बनाया जाता है। इसे बनाने में किया गया बांस का उपयोग इसमें देहाती आकर्षण को जोड़ता है।
पुमालोई
यह भाप से पका हुआ चावल का केक है, जो खासी जनजाति के प्रसिद्ध त्योहार पर बनाया जाता है। इसे काले टेराकोटा के बर्तन में पकाए गए चावल के पाउडर से बनाया जाता है। इसे स्थानीय समारोह और बाजारों में आसानी से देखा जा सकता है। इसे नाश्ते या हल्के भोजन के रूप में खाया जाता है।
जादोह
यह मेघालय में मिलने वाली सबसे मशहूर खाने की चीज है। यह स्वादिष्ट चावल है, जिसे मांस, हरी मिर्च और प्याज से बनाया जाता है। जो लोग नॉनवेज खाने के शौकीन हैं, उन्हें यह डिश जरूर खानी चाहिए।