दुनिया में एक से बढ़कर एक लोग रहते हैं, जो अपने खान-पान, रहन-सहन, पहनावा-उढ़ावा, परंपरा और अनोखी संस्कृति के लिए प्रख्यात हैं। इनकी जीवन शैली को सुनकर वर्तमान की लाइफस्टाइल जीने वाले लोगों को हैरानी होती है। बता दें कि धरती पर कई ऐसी जनजातियां दुनिया में पाई जाती हैं, जो अनोखे तरीके से अपने जीवन को गुजारती हैं। इनका अनोखा अंदाज काफी हैरान कर देने वाला है।
आज हम आपको ऐसी ही एक अनोखी जनजाति के बारे में बताएंगे, जो अपने घर की वजह से चर्चाओं में रहती है। यह अधिकतर मलेशिया, इंडोनेशिया और फिलिपींस के तटवर्ती क्षेत्रों पर पाई जाती है।
सी जिप्सी
इन्हें सी जिप्सी कहा जाता है, जो सदियों से पानी को ही अपना घर मानते आ रहे हैं। इस जनजाति के लोग नाविक और सांस रोक देने वाले फ्री डाइवर हैं, जो बाजाऊ लाउट खानाबदोश जीवन शैली जी रहे हैं। यह मौसम बदलने के साथ-साथ एक द्वीप से दूसरे द्वीप पर जाते हैं। यह लोग लकड़ी के खंभे वाले घरों या लेपा-लेपा नामक हाउसबोट में रहते हैं। इस समुदाय के लोगों को समुद्र का बंजारा भी कहा जाता है।
देर तक रोक सकते हैं सांसें
इस जनजाति के खाने में मछली अधिक होती है, जिसे पकड़ने के लिए भाले का प्रयोग करते हैं। इस समुदाय के लोग 20 से 30 मीटर की गहराई तक गोता लगा सकते हैं और 5 मिनट तक अपनी सांस भी रोक सकते हैं, जो सभी को हैरान कर देने वाली बात है। हालांकि, समय के साथ इनके रहन-सहन में भी काफी ज्यादा परिवर्तन आ चुका है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, समुद्र की बदलती हुई परिस्थितियों और सरकारी पुनर्वास कार्यक्रमों ने कई लोगों को तटीय गांवों में धकेल दिया है।





