Traditional Food: भारत विविधताओं से भरा हुआ एक बहुत ही सुंदर देश है। आप जब यहां के अलग-अलग हिस्से में जाएंगे, तो आपको अलग संस्कृति, रहन-सहन, परंपरा खानपान और बोली का मिश्रण देखने को मिलेगा। भारत एक ऐसी जगह है जहां हर थोड़ी दूरी पर चीज बदल जाती है। हालांकि, आप कहीं भी चले जाएं लेकिन भारतीय संस्कृति का हर रूप आपका दिल जीत लेगा।
कई सारे राज्यों से मिलकर बना भारत देश विदेश में बहुत प्रसिद्ध है। मिजोरम यहां का एक प्रसिद्ध राज्य है जो पूर्वोत्तर क्षेत्र में आता है। यहां पर जातीय समूह के लोग निवास करते हैं। भारत की सबसे खास बात यह है कि यहां के हरि इलाके में आपको स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेने को मिलेगा। चलिए आज हम आपको मिजोरम के पारंपरिक व्यंजनों के बारे में बताते हैं जिनका स्वाद आपको अपनी यात्रा के दौरान जरूर लेना चाहिए।
मिजोरम के 5 पारंपरिक व्यंजन (Traditional Food)
बाई
इस व्यंजन का नाम अजीब जरूर है, लेकिन यह खाने में सबसे स्वादिष्ट है और काफी लोकप्रिय है। इसे स्थानीय स्तर पर मौजूद जड़ी बूटियां और मसाले के इस्तेमाल से तैयार किया जाता है। इसमें उबली हुई सब्जियां और पत्तेदार साग डाली जाती है।
जवलेदी
यह एक बहुत ही स्वादिष्ट पारंपरिक व्यंजन है, जिसे पोर्क या चिकन से तैयार किया जाता है। जड़ी बूटी और मसाले इसके स्वाद को बढ़ा देते हैं। यह स्वादिष्ट बने इसके लिए इसमें बांस के अंकुर जैसी सब्जी भी मिक्स की जाती है।
सावचियार
यह बहुत ही स्वादिष्ट व्यंजन है जो चावल और अलग-अलग प्रकार की सब्जियों से बनाया जाता है। इसे मांस और मछली करी के साथ परोसा जाता है।
बैह
यह एक बहुत ही स्वादिष्ट व्यंजन है जो मिजोरम में काफी लोकप्रिय है। ये सुअर के मांस, पालक और बांस की टहनी से बनता है।
छंगबन
यह बारीक चावल से बना एक पारंपरिक व्यंजन है। ये एक पेय है, जिसमें हल्का अल्कोहल होता है। त्योहारों के अवसर पर इसे विशेष तौर पर बनाया जाता है।