सुबह दिन की शुरुआत चाय से करने वाले लोग बिना इसके एनर्जेटिक महसूस नहीं कर पाते हैं। यह एक ऐसी लत है, जिसके बिना पूरा दिन अधूरा सा लगता है। चाय की दीवानगी लोगों के बीच इस कदर है कि इस पर लोग शेरो-शायरी भी करते हैं। हर गली, मोहल्ले और नुक्कड़ पर आपको चाय की टपरी देखने को मिलेगी, जहां भारतीय संस्कृति की झलक भी देखने को मिलती है। चाय की टपरी पर सुबह से लेकर शाम तक लोगों की भीड़ देखने को मिलती है। यहां लोग एक-दूसरे से मिलते हैं, सामाजिकता को बढ़ावा मिलता है, एक-दूसरे से कई तरह की खबरें जानने को मिलती हैं। यहां हर तबके के लोग चाय पीने के लिए जमा होते हैं। आजकल चाय की दुकानों में भी इसकी वैरायटी मिलने लगी है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि वही चाय, जिसे आप अपनी थकान मिटाने और ताजगी पाने का सबसे आसान माध्यम मानते हैं, कुछ लोगों के लिए खतरे की घंटी भी हो सकती है।
हो जाएं सावधान!
अक्सर लोग बिना सोचे-समझे दिन में कई कप चाय पी जाते हैं, जबकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो यह आदत कई गंभीर बीमारियों को आमंत्रित करती है।
जानें नुकसान
- दिल की बीमारियां आजकल आम होती जा रही हैं और ऐसे मरीजों के लिए चाय किसी धीमे जहर से कम नहीं। दरअसल, चाय में मौजूद कैफीन दिल की धड़कन तेज कर सकती है और ब्लड प्रेशर को भी बढ़ा देती है। डॉक्टरों का मानना है कि जिन लोगों को पहले से ही हृदय रोग है, उन्हें चाय से परहेज करना चाहिए।
- कामकाजी लोग अक्सर नींद भगाने के लिए चाय का सहारा लेते हैं। लेकिन यही आदत आगे चलकर नींद से जुड़ी बड़ी दिक्कतें पैदा कर सकती है। खासकर उन लोगों को रात के समय चाय बिल्कुल नहीं पीनी चाहिए, जिन्हें पहले से ही स्लीप डिसऑर्डर की समस्या है। ज्यादा चाय नींद की साइकिल को बिगाड़ देती है। इससे शरीर को आराम नहीं मिल पाता है।
- अगर आपको खून की कमी है, तो चाय से दूरी बनाना बेहद जरूरी है। इसमें मौजूद टैनिन्स शरीर में आयरन के अवशोषण को रोकते हैं। यानी जितना भी पौष्टिक खाना आप खाते हैं, उसका फायदा शरीर को सही से नहीं मिल पाता है। ऐसे में एनीमिया से जूझ रहे लोगों के लिए चाय पीना उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
- चाय में मौजूद कैफीन और अन्य रासायनिक तत्व पेट की एसिडिटी को बढ़ा देते हैं। ऐसे में जिन्हें गैस, एसिडिटी या अल्सर की शिकायत है, उन्हें चाय से दूरी बनानी चाहिए।
- चाय का ज्यादा सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है। इसमें मौजूद कैफीन गर्भपात का खतरा बढ़ा सकता है और शिशु के विकास में भी बाधा डालता है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)





