चेहरे पर क्रीम, हाथों पर लोशन और बालों पर सीरम लगाने में लोग कभी पीछे नहीं रहते। लेकिन जब बात पैरों की आती है तो अक्सर इन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है। यही वजह है कि फटी एड़ियां, रूखी त्वचा और पैरों की बदबू जैसी परेशानियां आम हो गई हैं, जबकि हकीकत यह है कि शरीर के बाकी अंगों की तरह पैरों को भी उतनी ही देखभाल की ज़रूरत होती है। अक्सर लोग सोचते हैं कि पैर वैसे भी जूते-मोज़ों में ढंके रहते हैं, इसलिए इन्हें ज्यादा ध्यान देने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन सच यही है कि सबसे ज्यादा धूल, पसीना और दबाव पैरों पर ही पड़ता है। अगर समय रहते इनका ख्याल न रखा जाए तो स्किन प्रॉब्लम्स के साथ-साथ चलने-फिरने में दिक्कतें भी बढ़ सकती हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप पैरों को साफ रखने और रोजाना फुट क्रीम लगाने की आदत डाल लें, तो न सिर्फ उनका सौंदर्य बढ़ेगा बल्कि कई तरह की बीमारियों से भी बचाव हो सकता है।
पैरों की केयर
पैर दिनभर सबसे ज्यादा मेहनत करते हैं। चलना, दौड़ना, लंबे वक्त तक खड़े रहना, इत्यादि। इन सबका सीधा असर पैरों पर पड़ता है। अगर समय पर इनकी देखभाल न की जाए तो एड़ियां फटने लगती हैं, त्वचा सूख जाती है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। टाइट जूते पहनने या पसीना ज़्यादा आने से एथलीट फुट जैसी समस्या हो सकती है, जिसमें उंगलियों के बीच खुजली और जलन होती है। धूल-मिट्टी और पसीने की वजह से पैरों से दुर्गंध आने लगती है। दरारों वाली एड़ियां देखने में खराब लगती हैं और चलने-फिरने में दर्द भी देती हैं।
फुट क्रीम लगाने के फायदे
- नमी बरकरार रहती है।
- फटी एड़ियों से बचाव होता है।
- मॉइश्चराइज्ड स्किन पर बैक्टीरिया आसानी से पनप नहीं पाते, जिससे फंगल इंफेक्शन का खतरा घटता है।
- हल्के मसाज के साथ क्रीम लगाने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
- दिनभर थके पैरों को आराम मिलता है और ताजगी बनी रहती है।
कब और कैसे लगाएं फुट क्रीम?
- पैरों को हल्का गीला रहने दें और तब क्रीम लगाएं। इससे क्रीम जल्दी और अच्छे से एब्जॉर्ब हो जाती है।
- पैरों के नाखून हमेशा छोटे और साफ रखें ताकि गंदगी और इंफेक्शन न हो।
- सारे स्टेप्स पूरे करने के बाद फुट क्रीम लगाना न भूलें। यही आखिरी और सबसे अहम स्टेप है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)





