Crying Bride Tradition : हिंदू धर्म में शादी का अधिक महत्व होता है। यह व्यक्ति के 16 संस्कारों में से एक माना जाता है। शादी समारोह पूरे 5 से 6 दिनों का होता है, जब दूल्हा और दुल्हन दोनों के घरों में सारी रस्में की जाती हैं। लोग खुशियां मनाते हैं, लेकिन दुनिया में एक ऐसी जगह भी है, जहां शादी से एक महीने पहले रोने की परंपरा निभाई जाती है।
जी हां! यह अनोखी परंपरा चीन के दक्षिणी पश्चिमी प्रांत सिचुआन में निभाई जाती है। जब दुल्हन को एक महीना पहले से ही रोना पड़ता है। इसके पीछे दिलचस्प कहानी छुपी है, जो सभी को हैरान कर देती है।
आंसुओं के बिना अधूरी है शादी
किसी के लिए भी शादी जीवन का सबसे खूबसूरत दिन होता है, जब दो लोग एक-दूसरे के साथ जीवनभर के लिए बंधन में बंध जाते हैं, लेकिन चीन की इस जनजाति में अजीबो-गरीब परंपरा निभाई जाती है। यदि दुल्हन को रोना नहीं आता, तो परिवार उसे गुस्सा दिलाने या उकसाने का प्रयास करता है, ताकि वह फूट-फूट कर रोए। दरअसल, यह परंपरा तुजिया जनजाति द्वारा निभाई जाती है। यहां दुल्हन के आंसुओं के बिना शादी अधूरी मानी जाती है, जिसकी शुरुआत 475 ईसवी से 221 ईसवी के बीच हुई थी। जिसे आज भी निभाया जाता है। इस परंपरा के अनुसार, हर दिन दुल्हन को एक घंटे तक रोना होता है। इस दौरान परिवार की महिलाएं पारंपरिक गीत भी गाती हैं। इस रस्म के पहले दिन, परिवार के अन्य सदस्य भी रोते हैं।
शिद्दत से निभाई जाती है परंपरा
चीन में निभाई जाने वाली अनोखी परंपरा को दुल्हन के परिवार वाले बड़ी शिद्दत के साथ निभाते हैं। जिसमें ज़रा सी भूल से बेटी के वैवाहिक जीवन में संकट आने का खतरा रहता है। रिश्ते में दरार भी पड़ सकती है, इसलिए पूरे विधि-विधान से इस रिचुअल को निभाया जाता है, ताकि दुल्हन का वैवाहिक जीवन खुशियों से भरा रहे।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)