इन तरीकों से लोगों को फंसा रहे साइबर ठग, पलक झपकते ही खाली हो सकता है बैंक अकाउंट, जानें बचने के उपाय

रिपोर्ट में उन 14 तरीकों को हाईलाइट किया गया है जिनसे स्कैमर लोगों को शिकार बना रहे हैं। जानते हैं फ्रॉड के 14 तरीकों को...

Amit Sengar
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Online Fraud and Cyber Crime

Cyber Fraud : देश में साइबर फ्रॉड के केस लगातार बढ़ रहे हैं। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सर्ट-इन) ने एक रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में उन 14 तरीकों को हाईलाइट किया गया है जिनसे स्कैमर लोगों को शिकार बना रहे हैं। जानते हैं फ्रॉड के 14 तरीकों को…

1. जॉब स्कैम

देश में बेरोजगारी अधिक है जिसका फायदा उठाकर स्कैमर फर्जी नौकरियों की भर्ती के मैसेज भेजते हैं। अक्सर लोग लिंक्स पर क्लिक कर आवेदन कर देते हैं। इसके बाद ठग फीस के तौर पर उनसे पैसे ठग लेते हैं।

2. फिशिंग स्कैम

इसमें ठग नामचीन कंपनियों व सरकारी विभागों के नाम व लोगो का इस्तेमाल कर मैसेज भेजते हैं। जैसे केवाईसी करें, वर्ना अकाउंट बंद हो जाएगा। फेक लिंक पर जानकारी देते ही जालसाज लोगों के अकाउंट खाते खाली कर देते हैं।

3. लकी ड्रॉ स्कैम

इसमें स्क्रैमय लॉटरी या लकी ड्रॉ प्राइज विनर का मैसेज भेजते हैं। इसमें प्राइज मनी का लालच होता है। लोगों से उस राशि को हासिल करने के लिए स्कैमर राशि का 5 से 10 फीसदी टैक्स के रूप में देने के लिए कहते हैं।

4. इमोशनल मैनिपुलेशन स्कैम

स्कैमर इसमें डेटिंग एप या सोशल मीडिया पर फेक प्रोफाइल बनाते हैं। इमोशनल संबंध बनाने के बाद स्कैमर आपात स्थिति बताता है, जैसे मेडिकल इमरजेंसी। इसमें झांसा देकर ठगी की जाती है।

5. टेक सपोर्ट स्कैम

स्कैमर टेक्निकल सपोर्ट देने वाली फर्जी वेबसाइट के जरिए ठगी करते हैं। इन वेबसाइट पर क्लिक करने के बाद स्कैमर कॉल कर झांसा देते हैं कि फिर उनके सिस्टम में वायरस है। वे लोगों को लिंक पर क्लिक करवाकर, सिस्टम तक पहुंच प्राप्त करके और जानकारी एकत्र करके धोखा देते हैं।

6. फेक चैरिटी अपील स्कैम

स्कैमर प्राकृतिक आपदा के नाम पर आमजन से धोखेबाजी करते हैं। इसमें लोगों से मदद के लिए दान देने की अपील करत है। साथ ही स्कैमर लोगों की सहानुभूति का फायदा उठाकर क्राउड फंडिंग कर रुपए ऐंठ लेते हैं। इसमें गरीबों के इलाज के नाम पर भी ठगी की जाती है।

7. डिजिटल अरेस्ट

स्कैमर पुलिस या कस्टम अधिकारी बनकर फोन करते हैं। वे लोगों को मनी लॉन्ड्रिंग या ड्रग्स कंसाइनमेंट जैसे आरोप में शामिल होने का दावा करते हैं। जिसके बाद लोग भय के कारण स्कैमर को रुपए ट्रांसफर कर देते हैं।

8. इन्वेस्टमेंट स्कैम

इस स्कैम में स्कैमर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर पोंजी स्कीम में इन्वेस्ट करने पर बड़े रिटर्न देने का झांसा देते हैं। झांसे में आकर लोग इन्वेस्टमेंट कर देते हैं। कुछ समय तक तो काफी अच्छा इंटरेस्ट मिलता है, उसके बाद कंपनी बंद कर धोखेबाज संपर्क खत्म कर देते हैं।

9. गलती से पैसे भेजने का स्कैम

ऐसे मामलों में स्कैमर लोगों के पास रुपए प्राप्त होने का फर्जी मैसेज भेजते हैं। फिर कुछ देर बाद आपात स्थिति का हवाला देते हुए उस पैसे को मांगते हैं। छानबीन किए बिना पैसे भेजने के चलते लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं।

10. पार्सल स्कैम

स्कैमर लोगों को कॉल कर झांसा देते हैं कि ड्रग्स पाए जाने से उनका पार्सल जांच एजेंसी ने जब्त कर लिया है। इस मामले में उन्हें जुर्माना भरना पड़ेगा। लोग डरकर स्कैमर को पैसे भेज देते हैं।

11. लोन व कार्ड स्कैम

सोशल मीडिया पर स्कैमर वेबसाइट के जरिए कम डॉक्यूमेंट में पर्सनल लोन व क्रेडिट कार्ड बनाने का दावा करते हैं। संपर्क करने पर स्कैमर काम करवाने के लिए फीस देने को कहते हैं। जैसे ही पैसे जमा होते है स्कैमर संपर्क खत्म कर देते हैं।

12. सोशल मीडिया बदनामी

स्कैमर किसी युवती की मदद से आमजन को अपना शिकार बनाते हैं। इसमें लोगों की आपत्तिजनक वीडियो कॉल की रिकार्डिंग कर ली जाती है। इसके बाद उसको कॉल करके उससे बदनामी की धमकी देकर रिकार्डिंग के सहारे स्कैमर उन्हें निशाना बनाकर पैसे ऐंठ लेते हैं।

13. कैश ऑन डिलिवरी स्कैम

स्कैमर अब असली शापिंग एप जैसी मिलती-जुलती फेक वेबसाइट बनाते हैं। यहां से शापिंग करने पर लोगों के पास फेक या गलत प्रोडक्ट पहुंचता है। जैसे मोबाइल खरीदने पर पत्थर।

14. फोन स्कैम

इस स्कैम में स्कैमर केवाईसी के नाम पर सरकारी अधिकारी बनकर फ़ोन करते हैं और डॉक्यूमेंट जमा करने को कहते हैं। जानकारी हासिल करते ही स्कैमर अपने शिकार का बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं।

*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई सामान्य जानकारी है, Mpbreakingnews दी गई जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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