Fashion Tips: अपनाना चाहती हैं रॉयल लुक, जरूर पहनें धर्मावरम की यह साड़ियां, जानें खासियत

Fashion Tips: धर्मावरम साड़ियां, अपनी समृद्ध विरासत, उत्कृष्ट शिल्पकारी और भव्य डिजाइनों के लिए प्रसिद्ध हैं। 17वीं शताब्दी से, ये साड़ियां आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित धर्मावरम शहर में बनाई जा रही हैं।

भावना चौबे
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Fashion Tips: साड़ी, भारत की एक पारंपरिक परिधान है, जो न केवल एक वस्त्र है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और नारीत्व का प्रतीक भी है। हजारों वर्षों से, यह विभिन्न रूपों, रंगों और शैलियों में भारतीय महिलाओं को शोभित करती रही है। सिल्क, कॉटन, लिनन और जॉर्जेट जैसे विभिन्न प्रकार के कपड़ों से बनी, साड़ी आमतौर पर 5 से 9 मीटर लंबी होती है। इसे विभिन्न तरीकों से लपेटा जा सकता है, जो क्षेत्र, संस्कृति और व्यक्तिगत पसंद के अनुसार भिन्न होता है।

साड़ी पहनने का तरीका भी अवसर के अनुसार बदलता है। शादी या त्यौहारों के लिए भारी कढ़ाई वाली रेशमी साड़ियां पहनी जाती हैं, जबकि दैनिक जीवन में हल्की सूती या लिनन की साड़ियां पहनी जाती हैं। आजकल, साड़ी विभिन्न आधुनिक रूपों में भी उपलब्ध है, जैसे कि प्रिंटेड साड़ियां, डिजाइनर साड़ियां और लहंगा साड़ियां। आज हम इस लेख के द्वारा खासतौर पर धर्मावरम साड़ी के बारे में जानेंगे। धर्मावरम साड़ी को रेशम सूट और सोने के तारों से बन जाता है इतना ही नहीं इसकी बनाई में जारी और कसब नामक विशेष तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाता है। साड़ी, भारतीय महिलाओं की सुंदरता, शक्ति और गरिमा का प्रतीक है। शुद्ध रेशम से बनी होने के कारण, धर्मावरम साड़ियां अत्यंत मुलायम, चमकदार और हल्की होती हैं। सोने और चांदी के धागों से बनी जरी का काम इन साड़ियों को शानदार और आकर्षक बनाता है। धर्मावरम साड़ियां विभिन्न प्रकार के डिजाइनों में आती हैं, जिनमें पुष्प, ज्यामितीय, और पशु आकृतियां शामिल हैं। ये साड़ियां चमकीले और जीवंत रंगों जैसे लाल, पीले, हरे और नीले रंगों में रंगी जाती हैं। धर्मावरम साड़ी में विशेष अनूठी डिजाइन होती है जिनके बारे में आज हम आपको बताएंगे।


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भावना चौबे

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग रंग होता है, यह इतना चमकदार रंग होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा की कलम में बहुत ताकत होती है, इस कलम की ताकत को बरकरार रखने के लिए हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन से बीए स्नातक किया। मैं अब आगे इसी विषय में DAVV यूनिवर्सिटी से स्नाकोत्तर कर रही हूं। मेरा पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू ही हुआ है। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग, वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली, धर्म इन विषयों पर लिखना अच्छा लगता है।