Hariyali Teej: 7 अगस्त को मनाया जाएगा हरियाली तीज, जानें क्यों पहनते हैं इस दिन हरे रंग के कपड़े

हरे रंग के कपड़ों और चूड़ियों के साथ महिलाएं मेहंदी भी लगाती हैं और पारंपरिक गीत गाती हैं। हरियाली तीज पर महिलाएं विशेष पूजा करती हैं।

Sanjucta Pandit
Published on -

Hariyali Teej 2024 : हरियाली तीज को सिंधारा तीज, छोटी तीज, श्रावण तीज या सावन तीज के नाम से भी जाना जाता है जोकि हर साल सावन के महीने में मनाया जाता है। इस साल यह 7 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा। हरियाली तीज मुख्य रूप से महिलाओं का त्योहार है। इस दिन महिलाएं हरे रंग के कपड़े और हरी चूड़ियां पहनती हैं। हरे रंग के कपड़ों और चूड़ियों के साथ महिलाएं मेहंदी भी लगाती हैं और पारंपरिक गीत गाती हैं। हरियाली तीज पर महिलाएं विशेष पूजा करती हैं।

Hariyali Teej: 7 अगस्त को मनाया जाएगा हरियाली तीज, जानें क्यों पहनते हैं इस दिन हरे रंग के कपड़े

जानें मान्यता

मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था। महिलाएं उपवास रखती हैं और परिवार की सुख-शांति के लिए प्रार्थना करती हैं। इस दिन झूला झूलने की परंपरा भी है। महिलाएं पेड़ों पर झूले डालती हैं और पूरे हर्षोल्लास के साथ झूला झूलती हैं। हरियाली तीज पर हरे रंग के वस्त्र पहनने की परंपरा है। सावन का महीना बारिश का समय होता है, जब चारों ओर हरियाली छा जाती है।

क्यों पढ़ते हैं हरे रंग के कपड़े

हरे रंग के कपड़े पहनकर महिलाएं न केवल प्रकृति के प्रति सम्मान प्रकट करती हैं, बल्कि अपनी संस्कृति और परंपराओं को भी जीवित रखती हैं। इस दिन वो हरे रंग की साड़ियां, सलवार कमीज और लहंगे पहनती हैं। हरे रंग के कपड़ों के अलावा, इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News