Mon, Dec 22, 2025

इस दिन से शुरु होगी शारदीय नवरात्र, जानें महत्व और तिथि यहां

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
भक्त मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं। उनके नौ रूपों की पूजा कर शांति की कामना करते हैं। ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती है और साधकों को मन मुताबिक फल देती है।
इस दिन से शुरु होगी शारदीय नवरात्र, जानें महत्व और तिथि यहां

Shardiya Navratri 2024 : सनातन धर्म में एक से बढ़कर त्योहार मनाए जाते हैं। जिनमें नवरात्र, छठ, दीपावली, होली सब शामिल है। वहीं, अगले महीने नवरात्रि का त्यौहार आने वाला है, जिसे शारदीय नवरात्र के रूप में जाना जाता है। बता दें कि यह आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 3 अक्टूबर को देर रात 12:18 से होगी और इसका समापन 4 अक्टूबर देर रात 2:58 पर होगा। ऐसे में 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होगी और इसका समापन 11 अक्टूबर को होगा। इस दौरान भक्त मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं। उनके नौ रूपों की पूजा कर शांति की कामना करते हैं। ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती है और साधकों को मन मुताबिक फल देती है।

chaitra navratri

महत्व

ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो मां दुर्गा की हर दिन उनके हर स्वरूप की पूजा की जाती है। जिनका अपना अलग-अलग महत्व होता है। इस दौरान व्रती उपवास भी रखते हैं और तामसिक भोजन से दूर रहते हैं। रोज सुबह उठकर मां की आरती उतार कर उनकी पूजा अर्चना करते हैं और 9 दिन व्रत रखकर फल का सेवन करते हैं। उन्हें यह ध्यान में रखना होता है कि मां की प्रतिमा के आगे जो दीप प्रज्वलित हो रही है वह ना बुझे, इसका खास ख्याल रखना होता है।

सपनों का अर्थ

  • स्वप्न शास्त्र के अनुसार, शारदीय नवरात्रि के दौरान अगर आपको सपने में मां दुर्गा शेर पर सवार होकर आई हुई दिखाई देती हैं, तो इसका अर्थ बेहद शुभ माना जाता है। इसका मतलब है कि साधक को उनके जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होने वाली है और उनके जीवन में खुशियों का आगमन होने वाला है।
  • शारदीय नवरात्रि के दौरान अगर आपको मां दुर्गा का क्रोध रूप दिखाई देता है, तो इसे अशुभ सपना माना जाता है। इसका अर्थ है कि आपके घर से सकारात्मक ऊर्जा दूर होने वाली है और नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर सकती है। इससे घर में दुख और अशांति का माहौल बनेगा।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)